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छत्तीसगढ़ का केसरिया रंग… मोदी की गारंटी पर जनता की मुहर…

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ओमप्रकाश चौधरी सबसे ज्यादा रिकार्ड 64443 मतों से विजयी

इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर।

चार राज्यों के चुनाव परिणाम में भाजपा ने तीन राज्यों में जीत कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने 52 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं 34 सीटों में कांग्रेस या तो जीत हासिल कर चुकी है या बढ़त बनाए हुए है। उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव अंबिकापुर से चुनाव हार गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन सीट पर फिलहाल बढ़त बनाए हुए हैं।

दक्षिण छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी सफलता अर्जित की है। 2018 में जहां 11 सीटों पर कांग्रेस जीती थी वहीं इस बार भाजपा ने जबरदस्त वापसी करते हुए 8 सीटों पर जीत दर्ज की है। बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर की एकमात्र सामान्य सीट से भाजपा के किरण देव ने कांग्रेस के जतिन जायसवाल को 29834 वोटों से पराजित किया है। वहीं पूर्व मंत्री केदार कश्यप नारायणपुर सीट से जीत दर्ज कर वापसी की है।

भाजपा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी ने कोंडागांव सीट में पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष और मंत्री मोहन मरकाम को 18572 वोटों से पराजित किया है। बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। बस्तर में कांग्रेस विरोधी लहर में बघेल ने बेहद मामूली अंतर 6434 से जीत दर्ज की है।

पूर्व मंत्री और भाजपा के युवा नेता महेश गागड़ा बीजापुर विधानसभा सीट में बविप्रा के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी से मामूली अंतर 2706 से पराजित हो गए है। कोंटा विधानसभा सीट में भूपेश सरकार में आबकारी मंत्री कवासी लखमा बेहद मामूली अंतर से अपनी सीट बचाने में कामयाब हुए हैं। यहां उन्हें सीपीआई प्रत्याशी मनीष कुंजाम से कड़ी टक्कर मिली।

केशकाल सीट पर पूर्व आईएएस नीलकंठ टेकाम ने बविप्रा के उपाध्यक्ष व मौजूदा कांग्रेस विधायक संतराम नेताम को पराजित कर दिया है। कांकेर सीट से कांग्रेस के शंकर ध्रुवा के हाथ हार लगी है। उन्हें भाजपा के आसाराम मंडावी ने पराजित किया। भानुप्रतापुर की सीट से विधायक सावित्री मंडावी ने दुबारा हासिल कर ली है।

मनोज मंडावी के निधन के बाद वे उपचुनाव में जीतकर विधानसभा पहुंची थीं। जनता ने एक बार फिर 30932 मतों के अंतर से जीत दर्ज करवा दी है। कांकेर जिले के अंतागढ़ सीट में रिकार्ड मतों से भाजपा प्रत्याशी पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी ने जीत दर्ज की है। एक प्रकार से कांग्रेस का गढ़ पूरी तरह से ढह गया है।

उत्तर छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस का बेहद बुरा हाल है यहां की सभी 14 सीटों में भाजपा ने एक तरफा जीत हासिल की है। उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव महज 122 वोटों से चुनाव हार गए हैं।

बिलासपुर संभाग में भी कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचा है। यहां खरसिया सीट से शहीद नंदकुमार पटेल के पुत्र व मंत्री उमेश पटेल एक बार फिर 22 हजार मतों के अंतर से जीत हासिल कर चुके हैं। वहीं इसी से सटे रायगढ़ सीट में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व आईएएस ओम प्रकाश चौधरी ने करीब 51 हजार मतों के रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की है।

रायपुर जिले की सभी सात सीटों पर कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया है। रायपुर दक्षिण में भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने भारी अंतर से जीत दर्ज की है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने रायपुर पश्चिम से विकास उपाध्याय को पराजित कर दिया है। रायपुर ग्रामीण में सत्यनारायण शर्मा के पुत्र पंकज शर्मा चुनाव हार गए हैं। रायपुर उत्तर से भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा ने 23054 मतों से जीत दर्ज की है। यहां कुलदीप जुनेजा चुनाव हार गए हैं।

राजनांदगांव सीट से पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह करीब 45 हजार मतों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन को पराजित करने में कामयाब रहे। कवर्धा सीट से कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर पराजित हो गए हैं। उन्हें सांसद विजय शर्मा ने पराजित किया है। साजा सीट से मंत्री रविंद्र चौबे चुनाव हार गए हैं उन्हें बिरनगांव में सांप्रदायिक हिंसा के शिकार पिता ईश्वर साहू ने पराजित कर दिया है। ईश्वर साहू के पुत्र की बिरनगांव हिंसा में हत्या की गई ​थी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।

 

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