माओवादियों को मौत का सामान बेचने के अर्बन नक्सल नेटवर्क में शामिल थे जवान… एएसआई व हेड कांस्टेबल गिरफ्तार…ऐसे हुआ खुलासा…
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
किसी ने कल्पना नहीं की थी कि जिस पुलिस को माओवादियों से रक्षा की जिम्मेदारी है उसके ही लोग शस्त्रगार से चोरी से निकालकर अपनी ही मौत का सामान माओवादियों को बेच देते थे। अर्बन नक्सलियों नेटवर्क के इस नए खुलासे ने नक्सल मोर्चे पर तैनात फोर्स को सकते में डाल दिया है।
कारतूस सप्लाई मामले में गठित एसआईटी ने आखिरकार पुलिस विभाग के एएसआई व प्रधान आरक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने कारतूस के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जवानों की जान लेने की साजिश का कैसे हुआ खुलासा? क्या कहा एसपी शलभ सिन्हा ने पढ़िए…
4 जून को मुखबिर से सूचना कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति गोला व बारूद की सप्लाई नक्सलियों को करने वाले हैं। इसके बाद पुलिस ने धमतरी निवासी मनोज शर्मा व बालोद निवासी हरिशंकर गेडाम को 395 कारतूस के साथ मलकानगिरी चैक पर घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद उन दोनों की निशानदेही पर कांकेर के दुर्गकोंदूल निवासी गणेश कुंजाम व आत्माराम नरेटी को हिरासत में लिया गया। इनके पास से 695 कारतूस विभिन्न हथियारों के बरामद किए गए। इन दोनों का संबध नक्सली लीडर पेद्दा प्रतापपुर एरिया कमेटी से रहा। उसके बाद पुलिस ने जांच जारी रखी।
एसआईटी गठित
इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने आगे की एसआईटी गठित की। जिसमें एएसपी सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में 9 सदस्यों की टीम ने जांच शुरू की। इस जांच के दौरान सभी बिंदुओं की पड़ताल की गई।
ऐसे हुआ शक
कारतूस पकड़ने के बाद पुलिस को शक हुआ कि ये कारतूर कहां से लाए गए हैं। इसकी जांच को आगे बढ़ाया गया। पुलिस ने जब पूछताछ की तो सनसनीखेज खुलासा हुआ कि ये बरामद कारतूस पुलिस विभाग के ही इस्तेमाल करने वाले थे। लिहाजा पुलिस का शक पुलिस विभाग के कुछ लोगों पर गया। एसआईटी टीम ने जांच में पाया कि गिरफ्तार एएसआई और हेड कांस्टेबल जिसके पास शस्त्रागार की जिम्मेदारी थी उसने ही इसे सप्लाई किया था।
क्या कहा पुलिस कप्तान ने…
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए पुलिस कप्तान शलभ सिन्हा ने कहा कि चार लोगों को पकड़ने के बाद हमारी कार्रवाई जारी रही। एसआईटी ने लगातार सभी बिंदूओं पर पूछताछ की। इसी के तहत एएसआई आनंद जाटव व प्रधान आरक्षक सुभाष सिंह को गिरफ्तार किया गया है।