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फर्जी नियुक्ति : आरोप से घिरी शिक्षक नेता की पत्नी… शिक्षा विभाग में इसी सप्ताह की गई शिकायत… हो रही है जांच!

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इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष की पत्नी का मामला

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष की पत्नी की फर्जी नियुक्ति को लेकर बवाल मचा हुआ है। आरोप है कि ट्रांसफर आदेश के जरिए नौकरी आसिल करने का यह मामला 16 साल पुराना है। एक्टिविस्ट ने आरटीआई से निकाली जानकारी और बताया छह माह की नौकरी के बाद पत्थलगांव से तबादला कराकर बिल्हा के मोपका स्कूल में किया गया पदस्थ। उसके बाद से वे काम कर रही हैं। 

डीपीआई से इस संबंध में दस्तावेजों के साथ शिकायत दर्ज करवाई गई है जिसकी जांच की जा रही है।

आरोप है कि परिविक्षा अवधि में ही शिक्षिका ने छह माह की नौकरी के बाद 2007 में पत्थलगांव नगर पंचायत से अपना तबादला बिल्हा जनपद पंचायत के मोपका स्कूल में करवा लिया। इसके दस्तावेज लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर को सौंपे गए हैं।

आरोप यह है कि फर्जी अंकसूची और प्रमाण पत्र के सहारे शिक्षाकर्मी की नौकरी हासिल करने का मामला स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन के बाद भी थमता नहीं दिख रहा है। अभी भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षाकर्मी की नौकरी पाने वालों के मामले सामने आ रहे हैं।
इस पूरे मामले के पीछे पदोन्नति के बाद पोस्टिंग संसोधन के घोटाला की भूमिका बताई जा रही है। शिक्षकों के पदोन्नति को लेकर बीते माह सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब 21 जुलाई को शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने बिलासपुर के संयुक्त संचालक को पदोन्नति संसोधन घोटाले के लिए जिम्मेदार मानते निलंबित कर दिया। जेडी विभाग के एक बाबू विकास तिवारी के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई।

बताया जा रहा है कि इस घोटाले के बाद शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश है। इस मामले में केवल संयुक्त संचालक ही शामिल नहीं है बल्कि विधायक, मंत्री और शिक्षक नेताओं की भूमिका पर भी सवाल उठते रहे हैं। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा के खिलाफ भी पोस्टिंग घोटाले के बाद शिक्षकों का समूह सक्रिय है। बताया जा रहा है कि अपने प्रभाव के आधार पर पत्नी की नियुक्ति के मामले का जिन्न तो तीन बरस पहले से ही चर्चा में रहा। पर इसे लेकर कोई खुलकर सामने नहीं आ सका। अब जब शिक्षकों के तबादले और पोस्टिंग के संसोधन के मामले में बड़े पैमाने में उगाही को अंजाम दिया गया तो शिक्षक नेता के खिलाफ भी माहौल खड़ा हो गया है। 

सबसे बड़ा मामला 

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा से जुड़ा है। डीपीआई को दी गई शिकायत में बताया गया है कि उनकी पत्नी चंद्ररेखा शर्मा की नियुक्ति फर्जी तरीके से करवाई गई है। कथित तौर पर फर्जी बताए जा रहे नियुक्ति आदेश का क्रमांक 2229 दिनांक 11 जनवरी 2007 और स्थानांतरण प्रमाण पत्र आदेश क्रमांक 264 दिनांक 24 जुलाई 2007 बनाकर नगर पंचायत पत्थलगांव के शासकीय प्राथमिक शाला दर्रापारा, उरांवपारा में नियुक्ति दिखाया गया। और इसी आधार पर एनओसी जनपद पंचायत से ली गई। इसके बाद स्वयं को पत्थलगांव से कार्यमुक्त दिखाकर बिल्हा में कार्यभार ग्रहण कर लिया गया। इसके बाद उनकी पोस्टिंग शासकीय प्राथमिक शाला मोपका में कर दी गई। जहां अभी भी वे सेवा प्रदान कर रही हैं। शिक्षाकर्मी से शिक्षा विभाग में संविलियन की प्रक्रिया के बाद उनका शिक्षा विभाग में विधिवत संविलियन हो गया है।

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