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एक्सिस बैंक ने गिफ्ट सिटी में एनआरआई ग्राहकों के लिए अमेरिकी डॉलर सावधि जमा की डिजिटल सेवा पेश की

एक्सिस बैंक ने गिफ्ट सिटी में एनआरआई ग्राहकों के लिए अमेरिकी डॉलर सावधि जमा की डिजिटल सेवा पेश की

विप्रो जीई हेल्थकेयर भारत में पांच वर्षों में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का करेगी निवेश
अडाणी समूह की नजर 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने पर

नई दिल्ली
एक्सिस बैंक ने गुजरात के गिफ्ट सिटी स्थित आईएफएससी बैंकिंग यूनिट (आईबीयू) में एनआरआई ग्राहकों के लिए डिजिटल अमेरिकी डॉलर सावधि जमा (एफडी) शुरू करने की  घोषणा की।

बैंक ने एक बयान में कहा कि इसके साथ एक्सिस बैंक गिफ्ट सिटी डिपॉजिट के लिए डिजिटल यात्रा की पेशकश करने वाला पहला बैंक बन गया है। बैंक के एनआरआई ग्राहक अब 'ओपन बाय एक्सिस बैंक' (ऋणदाता का मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन) के जरिए गिफ्ट सिटी में अमेरिकी डॉलर सावधि जमा खोल सकते हैं। किसी भी समय, कहीं से भी निर्बाध रूप से एफडी खाता खोलने के अलावा, ग्राहक अपनी एफडी को डिजिटल रूप से प्रबंधित भी कर सकते हैं।

बयान के अनुसार, एक्सिस बैंक आकर्षक ब्याज दरों के साथ एनआरआई को सर्वोत्तम निवेश अवसरों में से एक प्रदान करता है।

 

विप्रो जीई हेल्थकेयर भारत में पांच वर्षों में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का करेगी निवेश

नई दिल्ली
विप्रो जीई हेल्थकेयर ने स्थानीय विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) को बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों में भारत में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने की जानकारी दी।

अग्रणी वैश्विक मेडटेक (चिकित्सकीय प्रौद्योगिकी), फार्मास्युटिकल डायग्नोस्टिक्स और डिजिटल समाधान प्रदाता कंपनी ने कहा कि निवेश के एक हिस्से के रूप में इसका ‘मेड इन इंडिया’ पीईटी सीटी डिस्कवरी आईक्यू स्कैनर 15 देशों में निर्यात किया जाएगा।

बयान के अनुसार, इसके अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर उत्पादित रिवोल्यूशन एस्पायर सीटी, रेवोल्यूशन एसीटी और एमआर ब्रेस्ट कॉइल्स का निर्माण ''दुनियाभर के लिए भारत में'' किया जाएगा।

विप्रो जीई हेल्थकेयर के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा कि भारत स्वास्थ्य सेवा उद्योग में पुनरुत्थान के मार्ग पर है और मेडटेक क्षेत्र का तेजी से विस्तार कर रहा है।

उन्होंने कहा, '' 'मेक इन इंडिया' (भारत निर्मित) के साथ हम देश के विनिर्माण क्षेत्र का तेजी से विस्तार देख रहे हैं, जिससे दुनिया के मेडटेक (चिकित्सकीय प्रौद्योगिकी) हब के रूप में भारत की क्षमता मजबूत हो रही है।''

प्रेमजी ने कहा, '' विप्रो जीई हेल्थकेयर तीन दशकों से अधिक समय से इस स्थानीयकरण यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है और यह रणनीतिक निवेश इस क्षेत्र के लिए हमारे दृष्टिकोण का प्रमाण है।''

जीई हेल्थकेयर के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर जे. अर्डुइनी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जीई हेल्थकेयर के लिए भारत एक उच्च क्षमता वाला, उच्च प्राथमिकता वाला बाजार है।

विप्रो जीई हेल्थकेयर के वर्तमान में बेंगलुरु में चार विनिर्माण संयंत्र हैं।

अडाणी समूह की नजर 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने पर

लंदन,
उद्योगपति गौतम अडाणी के समूह का लक्ष्य 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा हासिल करना है, जो गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहा है।

लंदन के विज्ञान संग्रहालय में 'ऊर्जा क्रांति: अडाणी हरित ऊर्जा गलियारा' के उद्घाटन समारोह में गौतम अडाणी ने कहा कि उनके समूह की नवीकरणीय ऊर्जा शाखा, अडाणी ग्रीन एनर्जी एक ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व कर रही है जो ग्रह की देखभाल करने की प्रतिबद्धता का सम्मान करती है। यह न केवल इस पीढ़ी और अगली पीढ़ी के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है।

उन्होंने कहा, '' दुनिया के अग्रणी सौर ऊर्जा निर्माता और भारत की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी के रूप में, हम कई बड़े कदम उठा रहे हैं।''

अरबपति ने कहा, '' गुजरात के खावड़ा में हम दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहे हैं। इसकी उत्पादन क्षमता 30 गीगावॉट ऊर्जा होगी और यह अविश्वसनीय रूप से बड़ा है। इसका 538 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पेरिस की तुलना में पांच से अधिक गुना बड़ा है।''

समूह के चेयरमैन अडाणी ने कहा कि यह 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा तक पहुंचने के लक्ष्य का हिस्सा है।

उन्होंने कहा, '' यह इंग्लैंड के करीब हर घर को स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने जैसा होगा।''

वर्तमान में इसके पास 9.5 गीगावाट से अधिक का संचालित नवीकरणीय खंड और 21.8 गीगावाट (जीडब्ल्यू) तक की 'लॉक-इन' परियोजनाएं हैं।

 

 

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