माहेश्वरी समाज इस बार डिजिटल प्लेटफार्म पर मनाऐंगा उत्पति दिवस
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
आज कोरोना वायरस देश व विदेश में तेजी से फैल रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ माहेश्वरी सभा ने फैसला लिया है कि समाज का महत्वपूर्ण आयोजन महेश नवमी को इस बार डिजिटल प्लेटफार्म पर बनाया जाऐ इसको लेकर सभा ने प्रदेश के सभी संगठनों के लिए एक गाईड लाईन जारी की है। ताकि कोरोनो रोकथाम व लाक डाउन के नियमों का पालन करते हुए शासन-प्रशासन के सहयोग से महेश नवमी मनाने का निर्णय लिया गया है।
छत्तीसगढ़ प्रादेशिक माहेश्वरी संगठन के प्रचार-प्रसार मंत्री सुनील राठी ने बताया कि संक्रामक बीमारी कोरोना के कारण आज हर वर्ग के लोग परेशान है। इस कठिन समय में माहेश्वरी समाज के द्वारा अपनी उत्पति दिवस महेश नवमी को डिजिटल प्लेटफार्म पर बनाने का निर्णय लिया हैं धर्म एवं विज्ञान का अद्भूत समन्वय इस बार देखने को मिलेगा। इस आयोजन के लिए प्रदेश सभा ने प्रदेश के सभी संगठनों के लिए जारी कर दिया है। एक रीति व एक नीति के साथ इस बार महेश नवमी मनाया जाऐंगा।
कोरोना वारियर्स का सम्मान के साथ ये कार्यक्रम का होगा आयोजन।
प्रदेश सभा की गाईड लाइन के अनुसार इन आयोजनों को मंजूरी दी गई है। जिसमें अपने-अपने घर में परिवार के सदस्यों के साथ पूर्ण श्रद्धा भक्ति और उत्साह परन्तु सादगी के साथ आराध्य भगवान महेश की पूजा-अर्चना, श्रंृगार, अभिषेक, भजन, पूजन व आरती का आयोजन यथाशक्ति करे। साथ ही दीप पर्व की तरह नए वस्त्र धारण करे और घर पर ध्वजा लगाऐं। अपने-अपने घरों के सामने रंगोली डाले और बुजुर्गो का सम्मान करे। गौ सेवा हेतु चारा एवं पानी यथाशक्ति डाले। राष्ट्र सेवको कोरोना वारियर्स का सम्मान करे। संध्या को दीपमालिका कीजिऐं। इसके अलावा सभी फोटो व विडियों को स्थानीय संगठन के माध्यम से भेजे। इसके अलावा संभागीय संगठन व स्थानीय संगठन अपने-अपने स्तर पर डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रतियोगिता का आयोजन करे।
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए प्रादेशिक माहेश्वरी युवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रूपेश गांधी ने कहा कि इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए हमारे द्वारा महेश नवमी को डिजिटल प्लेटफार्म पर मनाने का निर्णय लिया है। क्योंकि हमारे समाज का अहम दिन होता है महेश नवमी लेकिन कठिन परिस्थिति के कारण हमारे संगठन ने यह निर्णय लिया। उसके बावजूद शासन-प्रशासन का सहयोग करते हुए लाक डाउन के नियमों का पालन करते हुए हमारे संगठन कुछ आयोजन कराऐंगी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी एक नीति व एक रीति से महेश नवमी मनाई जाऐंगी।