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12 घंटे में तीन बड़े सड़क हादसों से कांपा यूपी… 32 जिंदगियां हुईं खत्म… चीखों से पसर गया सन्नाटा… पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचे गांव तो गूंजीं चीखें, आज एक साथ जलेंगीं 26 चिताएं…

इम्पैक्ट डेस्क.

उत्तर प्रदेश बीते 12 घंटों में तीन बड़े सड़क हादसों का गवाह बना है। ये सड़क हादसे कानपुर और सीतापुर में हुए, जिसमें कल से लेकर आज तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, और जिंदगी व मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। दो सड़क हादसे कानपुर में हुए, जिसमें महिलाओं व बच्चों समेत करीब 31 लोगों की मौत हुई। सीतापुर में हुए एक हादसे में एक की मौत हो गई।

यह हादसा कर रात कानुपर में हुआ। घाटमपुर क्षेत्र के भीतरगांव के भदेउना गांव के पास श्रद्धालुओं से भरा ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई। इसमें 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में लापरवाही के चलते स्टेशन इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। बाहरी कानपुर के एसपी टीएस सिंह ने कहा कि जांच चल रही है। अगर कोई और भी दोषी पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, कोरथा गांव निवासी एक मुंडन संस्कार में उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर गए हुए थे। हादसा उस वक्त हुआ जब सभी लोग ट्राली पर सवार होकर वापस लौट रहे थे। ट्राली पानी से भरे गड्ढे में जा गिरी। घटना से भयंकर चीख पुकार मच गई। आधे घंटे तक ट्राली बाहर नहीं निकाली जा सकी। इससे पानी के अंदर ही अधिकतर लोगों की मौत हो गई है। कानपुर के डीएम विशाक अय्यर ने बताया कि सभी 26 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। शवों को उनके गांव भेजा गया है।

पिकअप व ट्रक की टक्कर में पांच की मौत

कानपुर में चकेरी-इटावा हाईवे पर पिकअप पर तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। घटना में पिकअप के अंदर और बाहर बैठे लोगों को चपेट में ले लिया। इस हादसे में पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक बच्चे समेत 10 लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए कांशीराम अस्पताल लाया गया, जहां से हैलट भेजा गया है। यह परिवार एक बच्ची के मुंडन के लिए लोडर पर बैठकर विंध्याचल जा रहा था। इसमें उस्मानपुर और कांशीराम कॉलोनी के लोग बैठे थे। मिली जानकारी के अनुसार, नौबस्ता के उस्मानपुर गांव निवासी सुनील पासवान (45) लोहे के कारखाने में काम करते थे। परिवार में पत्नी रेनू और बड़ी बेटी सोना , बेटी त्रिशा ( 2) और बेटा प्रिंस (15) है। परिजनों ने बताया कि वह अपनी बेटी त्रिशा का मुंडन कराने के लिए शनिवार देर रात पिकअप से विंध्याचल जाने के लिए निकले थे। इस दौरान चकेरी के काशीराम कॉलोनी में रहने वाले उनकी ससुराल के लोग भी पिकअप में मौजूद थे।

सीतापुर में ट्रैक्टर व टैंकर की भिड़ंत 

सीतापुर में शनिवार देर रात ट्रैक्टर-ट्रॉली और डीजल भरे टैंकर की भिड़ंत के बाद वाहनों में आग लग गई। टैंकर की आग ने लिया विकराल रूप ले लिया। हादसे में एक लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग बुरी तरह से झुलस गए है। घटना रेउसा थाना इलाके में बिसवां मार्ग पर मूरतपुर गांव के पास हुई। सीतापुर एसपी सुशील घुले ने बताया कि शुगर फैक्टरी के एथनॉल भरे टैंकर की धान से भरे ट्रैक्टर की टक्कर हो गई, जिससे वह पलट गए और उनमें आग लग गई। आग पर नियंत्रण पा लिया गया है।

मुंडन की खुशियों का ऐसा दुखद अंत…। घर से महज चार किलोमीटर पहले मौत ने ऐसा झपट्टा मारा कि एक साथ 26 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं। वहीं, देर रात से सुबह तक चले पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव कोरथा गांव पहुंचे कोहराम मच गया। सभी मृतकों के एक ही गांव का होने की वजह से पूरे गांव से चीत्कार उठती रहीं।

बता दें कि भीतरगांव के कोरथा गांव निवासी राजू केवट के बेटे का शनिवार को मुंडन था। मुंडन में शामिल होने के लिए करीब 50 ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रॉली से फतेहपुर गए थे। शाम को लौटते समय गांव से करीब चार किमी पहले साढ़-भीतरगांव मार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर खंती में पलट गई।

खंती में पानी भरा होने और ट्राली के नीचे दब जाने के कारण लोग निकल नहीं पाए। आसपास के लोगों ने करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद ट्राली को सीधा किया। इसके बाद एक-एक कर सभी को बाहर निकाला गया। हालांकि तब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी थी।

घरों में दीया तक नहीं जला
बता दें कि कोरथा गांव कल से सूना है…न घरों मे दीया जला न चूल्हा। हर घर में मातम पसरा है। गलियों में सन्नाटा है। पूरा गांव ही खाली हो गया है। कोई घटना स्थल पर पहुंचा, तो कोई सीएचसी में बदहवास घूमता नजर आया। देर रात तमाम लोग कानपुर में हैलट अस्पताल भी पहुंचे। 

एक साथ जलेंगी 26 अर्थियां
साढ़ थाना क्षेत्र में शनिवार शाम ट्रैक्टर ट्राली पलटने से हुए हादसे में 26 मृतकों  का आज अंतिम संस्कार होगा। गांव में सुबह से ही शवों का आना शुरू हो गया है। आंसुओं के सैलाब के बीच सुबह से अर्थियों को तैयार करने का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी पहुंचने की सूचना मिल रही है। संभवतः मृतकों का अंतिम संस्कार ड्योढ़ी घाट में होगा।

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