मान्यता…मेढ़क-मेंढकी की शादी कराई मांगी अच्छी बारिश की मन्नत… दिनभर चला नाच-गाना उमड़ा पूरा गांव…
इम्पेक्ट न्यूज़.सुकमा।
पूरा सावन सूखा चला गया मानसून सत्र बीत रहा है लेकिन जिले में पिछले वर्षो की अपेक्षा बारीश नहीं हो रही है। ऐसे में ग्रामीणों ने अच्छी बारीश के लिए मेंढ़क-मेंढ़की की शादी कराई और मन्नत मांगी। गाजे-बाजे के बीच हुई शादी में पूरा गांव उमड़ पड़ा और जमकर नाच-गाना हुआ। ऐसी मान्यता है कि इस विवाह के बाद अच्छी बारीश होती है।
जिले के छिन्दगढ़ ब्लाक के कांजीपानी गांव में मंगलवार को मेंढ़क-मेंढ़की की शादी धूमधाम से सम्पन्न की गई। ऐसी मान्यता है कि इस शादी के बाद अच्छी बारीश होती है। दरअसल इस सीजन में जिले में औषतन बारीश हुई है। जबकि हर साल अच्छी बारीश होती है। इधर कांजीपानी गांव में बारीश के लिए ग्रामीणों ने पारंपरिक प्रथाओं का सहारा लिया है। बारीश देवता को ख्ुाश करने के लिए गाजे-बाजे के साथ मेंढ़क-मेंढ़की की शादी का आयोजन किया गया। आयोजन में शामिल होने वो लोगो का मानना है कि बारीश के देवता खुश होंगें और जल्द ही अच्छी बारीश होगी।
गाँव मे दिनभर चला नाच-गाना
ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार दोहपर करीब 12 बजे शादी का कार्यक्रम शुरू हुआ। हल्दी कार्यक्रम का आयोजन रखा गया था। उसके बाद मेढ़क व मेंढकी की शादी की गई इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर नाच- गाना किया। वही पूरी शादी आदिवासी संस्कृति से की गई।
15 साल पहले भी की थी पूजा
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 15 साल पहले भी इसी तरह बारिश कम हुई थी। जिसके बाद इस बारिश हुई थी।