जगदलपुर में शर्तों के साथ गोंचा महापर्व मनाने की अनुमति… बस्तर में परंपरागत तरीके से सदियों से मनाए जाने वाले पर्व पर कोरोना का प्रभाव
इम्पेक्ट न्यूज. जगदलपुर।
वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव इस बरस होने वाले गोंचा पर्व पर भी पड़ेगा। बस्तर में सदियों से परंपरागत तरीके से मनाए जाने वाले इस पर्व के लिए अब विशेष शर्तों का पालन गोंचा समिति को करना होगा। बस्तर कलेक्टर ने पर्व के लिए शर्तों के साथ अनुमति प्रदान कर दी है।
बस्तर कलेक्टर रंजत बसंल ने सचिव, छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय नया रायपुर के पत्र अनुसार भारत सरकार द्वारा जारी एसओपी के अनुसार धार्मिक, पूजा स्थल संचालित करने की अनुमति दिए जाने के फलस्वरूप सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए न्यूनतम संख्या में शर्तों के साथ जगदलपुर में मनाए जाने वाले परम्परागत गोंचा महापर्व 2020 के आयोजन करने की अनुमति दी है।
निर्धारित शर्तों के अनुसार मंदिर में दर्शन हेतु श्रद्वालुगणों को मास्क लगाना अति आवश्यक है। मंदिर दर्शन में दर्शन हेतु श्रद्धालुगण 6 फीट की दूरी में (सोशल डिस्टेंसिंग) में रहेंगे। श्रद्धालुगण अपने जूते-चप्पल जूता स्टेंड में या फिर अपने गाड़ी में या मंदिर से 50-100 फीट की दूरी पर अपने अभिरक्षा में रखेंगे।
श्रद्धालुगणों के लिए मंदिर में प्रवेश के पहले साबुन, पानी, सेनेटाईजर की व्यवस्था करेंगे, जिससे श्रद्धालुगण अपने हाथ, पैर साबुन से धोकर हाथों को सेनेटाईजर कर मंदिर में प्रवेश करेंगे। शून्य से 10 वर्ष की उम्र के बच्चों एवं 60 से 65 वर्ष की उम्र के बुजुर्ग श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश न दिया जाए।
गोंचा रथ की परिक्रमा केन्द्र शासन द्वारा जारी गाईड लाईन के अनुसार औपचारिक रूप से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सम्पन्न किया जाए। श्रद्धालुगणों में से किसी भी श्रद्धालु के सर्दी, खांसी या छींकने पर उसे तत्काल मंदिर परिसर से बाहर किया जाए। केन्द्र शासन एवं राज्य शासन के द्वारा जारी गाईड लाईन का पालन सुनिश्चित करें।
कलेक्टर बस्तर ने व्यवस्थापक टेम्पल ईस्टेट एवं तहसीलदार जगदलपुर को शासन के निर्देशानुसार आरण्यक ब्राम्हण समाज के साथ न्यूनतम संख्या में औपचारिक रूप से गोंचा महापर्व मनाने हेतु आवश्यक समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। आरण्यक ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष श्री हेमंत पांडे ने बताया कि तहसीलदार एवं व्यवस्थापक टेम्पल ईस्टेट जगदलपुर के साथ मिलकर गोंचा महापर्व 2020 के आयोजन हेतु रूपरेखा तैयार की जाएगी।