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आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए पूर्व सांसद को टिकट देने का फैसला किया

नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली से अपने चार उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने अपने तीन मौजूदा विधायकों और एक पूर्व सांसद को टिकट देने का फैसला किया है। पार्टी ने दक्षिणी दिल्ली से अपने विधायक सहीराम पहलवान को बड़े दंगल में उतारा है। दिल्ली की अन्य सभी सीटों की तरह दक्षिणी दिल्ली में भी भाजपा का कब्जा है और रमेश बिधूड़ी सांसद हैं। भाजपा ने अभी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बिधूड़ी को एक बार फिर टिकट मिलना तय है। ऐसे में दक्षिणी दिल्ली में बिधूड़ी बनाम पहलवान का मुकाबला देखने को मिल सकता है।

सहीराम इस समय तुगलकाबाद सीट से विधायक हैं। 1993 में राजनीति में प्रवेश करने वाले सहीराम पहले कांग्रेस और फिर बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं। राजनीति में आने से पहले सहीराम सीआईएसएफ और दिल्ली जल बोर्ड की सरकारी नौकरी छोड़ चुके हैं। शुरुआती जीवन में दंगल लड़ने वाले सहीराम ने खेल कोटे से दोनों नौकरी पाई थी, लेकिन उनका कहना है कि अच्छे प्रदर्शन के बावजूद प्रमोशन नहीं दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पिता के ट्रांसपोर्ट कारोबार को संभाल लिया।

कैसा रहा है पॉलिटिकल करियर
1993 में रेसलिंग छोड़कर सहीराम राजनीति में सक्रिय हो गए। करीब चार सालों तक कांग्रेस के लिए मेहनत की, लेकिन 1997 में नगर निगम के चुनाव में टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय चुनाव लड़े और जीतकर पार्षद बने। 2002 में हार का सामना करना पड़ा। 2007 में बसपा से चुनाव लड़े और पार्षद बने। एक बार मेयर भी रह चुके हैं। बसपा के टिकट पर दो बार विधानसभा चुनाव भी लड़े, लेकिन एक बार तीन और दूसरी बार साढ़े तीन हजार वोट से हार गए। बाद में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और जीतकर विधानसभा पहुंचे।

बिधूड़ी से मुकाबला नहीं आसान
सहीराम के लिए दक्षिणी दिल्ली सीट पर गुर्जर नेता रमेश बिधूड़ी से मुकाबला आसान नहीं है। भले ही इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। लेकिन 2019 के चुनावी नतीजे पर नजर डालें तो पता चलता है कि बिधूड़ी इस सीट पर कितने मजबूत हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बिधूड़ी ने 3.67 लाख के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। यहां डाले गए कुल 12,14,222 वोट में से बिधूड़ी को 6.87,014 वोट मिले थे जबकि आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा को 3.19 लाख वोट ही मिल पाए थे। कांग्रेस के उम्मीदवार बॉक्सर वीजेंद्र सिंह की जमानत जब्त हो गई थी। उन्हें 1.64 लाख वोट मिले थे। इस लिहाज से आप और कांग्रेस के कुल वोट को जोड़ भी दें तो बिधूड़ी आगे दिखते हैं। हालांकि, हर चुनाव के समीकरण अलग होते हैं। फिलहाल यह तो तय है कि दक्षिणी दिल्ली में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।

 

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