गादीरास उपार्जन केन्द्र पर कार्रवाई के बाद अब छिन्दगढ़ व कोडरीपाल उपार्जन केन्द्रों पर भी एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
जिले के उपार्जन केन्द्रों से लगातार गड़बड़ी की खबर आ रही है। इससे पहले गादीरास उपार्जन केन्द्र में जहां धान की सूखती 729 क्वि. आई थी उसके बाद छिन्दगढ़ व कोडरीपाल में भी सूखती आ रही है जिसके बाद दोनो उपार्जन केन्द्र के प्रमुखों के खिलाफ जांच उपरांत एफआईआर दर्ज करने की तैयारी है।
इम्पेक्ट ने कुछ दिन पहले खबर प्रकाशित की थी कि गादीरास उपार्जन केन्द्र में धान को लेकर गड़बड़ी हुई है उसके अलावा छिन्दगढ़ में भी गड़बड़ी की सूचना मिल रही। जिसके चलते धान उठाव के बाद करीब 728 क्वि. सूखती आ रही है जिसकी लागत करीब 13 लाख 23 हजार थी। जांच के बाद उक्त उपार्जन केन्द्र के प्रमुखों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उसके बाद अब छिन्दगढ़ व कोडरीपाल में भी धान सूखती को लेकर जांच चल रही है। जिसमें छिन्दगढ़ उपार्जन केन्द्र में 1850 क्वि. और कोडरीपाल में 1130 क्वि. धान की सूखती आई है। जिसकी जांच चल रही है उसके बाद दोनो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाऐंगी।
जिले के तीन उपार्जन केन्द्र में लाखों की सूखती
जहां पिछले साल जिले के सभी उपार्जन केन्द्र में शून्य सुखती थी वहीं दुसरी और इस वर्ष जिले में 3709 क्वि. धान की सूखती आ रही है। जिसके बाद जिले के अधिकारियों के हांेश उड़ गए। धान में आई सूखती 3709 क्वि. की अनुमानित कीमत करीब 68 लाख से भी ज्यादा है। ऐसे में विभाग ने पुरी तरह जांच कर ली है और अब कलेक्टर के समक्ष फाईल प्रस्तुत कर दी गई। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाऐंगी।
इस बार इतनी सूखती अधिकारियों को भी नहीं आ रहा समझ
पिछले कई सालों से धान की खरीदारी हो रही है। लेकिन आज तक इतनी सूखती कभी नहीं आई। जबकि शासन का यह निर्देश रहता है कि शून्य सूखती पर काम किया जाऐ। जहां पिछले साल शून्य सूखती थी। लेकिन इस बार धान में इतनी सूखती कैसे आई इसको लेकर जिला अधिकारी भी आश्र्चय में है। क्योंकि इतनी सूखती आना संभव नहीं है।
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए जिला खाद्य अधिकारी केआर पिस्दा ने बताया कि गादीरास के बाद छिन्दगढ़ व कोडरीपाल उपार्जन केन्द्र में धान की सूखती आई है। इसको लेकर जांच कर दी गई है और रिर्पोट कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की जाऐंगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाऐंगी।