ग्रीन जोन में दुकानें तो खुलीं… पर मुसीबत फिर भी व्यापारियों के हिस्से…
भंवर बोथरा. जगदलपुर।
इन दिनों कोरोना वायरस के चलते पूरा देश लॉक डाउन का किसी न किसी रूप में सामना कर रहा है। बस्तर भी उससे अछूता नहीं हैं। हालांकि इस परेशानी में भी सकून की बात ये हैं कि सम्पूर्ण बस्तर संभाग ग्रीन जोन में है।
यहां अब तक एक भी मामला कोरोना का नहीं निकला। बस्तर से चार राज्यों की सीमा सीधे तौर पर लगती हैं। यहां के लेबर भी सीमावर्ती राज्यों में काम करने जाते हैं।
लॉक डाउन की घोषणा के बाद अनेक लोग पैदल ही अपने घरों में वापस आ भी चुके हैं। ये बात बस्तर वासियों को राहत देती है। कोरोना नियंत्रण के रोज बदलते नियम और उसको पालन कराने में पुलिस की मनमानी जगदलपुर में आम जनों में चर्चा और परेशानी का सबब बन गई है ।
आर्थिक और अन्य परेशानियां झेल रहे कमजोर तबके के बाद व्यापारी वर्ग भी परेशान है। सड़क के किनारे बनी पीली लाइन के बाहर ग्राहकों कि खड़ी गाड़ियों का चालान, ग्राहक के रहते पांच-दस मिनट निर्धारित समय के बाद दुकान बंद की स्थिति में चालान ही नहीं सीधे थाने पहुंचने का आदेश दिया जा रहा है।
कोई ग्राहक मास्क पहने है और पानी पीने या अन्य किसी कारण से थोड़ा भी मास्क नीचे कर दिया तो जुर्माना व्यापारी से वसूला जा रहा है।
ऐसी अनेक छोटी-छोटी घटनाएं सभी के लिए परेशानी का सबब बन गई है। अब सभी इसे इंस्पेक्टर राज के समय की स्थितियों से तुलना कर रहे हैं। एक तरफ सामाजिक सरोकार की भूमिका भी सबसे ज्यादा ये व्यापारी वर्ग ही निभाता है और मार भी वही झेल रहा है।
अब सभी की जुबान पर एक बात साफ है कि सरकार के ये नुमायंदे कितना राजस्व सरकार के लिए जमा कर रहे हैं ये तो आला अफसर ही जानें पर अनेक जगहों पर चलानी रसीद भी आसानी से नहीं मिलती उसके लिए भी बाद में आने को कहा जा रहा है।