कॉलम बीम में सरिया की पकड़ नहीं, हवा में झूल रहे कालम, बन रहा कैसा भव्य अस्पताल? देखें विडियो
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भ्रष्टाचार की नींव पर खडी कर रहे चार करोड की अस्पताल, तकनीकी खामियां बन न जाये बडे हादसे का सबबएक करोड चालीस लाख रूपये का हो चुका आहरण, डीएमएफ का हो रहा दुरूपयोग
इम्पेक्ट न्यूज़। दंतेवाडा।
जिले में विकास कार्यों के नाम पर जमकर बंदरबाट किया जा रहा है। गुणवत्ता हाशिये पर लेकिन निर्माण कार्य जोरों पर हैं। ऐसा ही एक मामला कटेकल्याण से प्रकाश में आया है, जहां चार करोड की लागत से बनने वाले अस्पताल भवन में कई खामियां नजर आ रही हैं।
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यहां बीम से सरिया गायब है तो वहीं कॉलम गोते खाने लगे हैं। इतना ही बेस में सेंड की जगह मिट्टी डालकर फिलिंग की जा रही है। इसके साथ ही जोडाई के लिये रखे गये ईंट टूटे फूटे हुए हैं।
बीते कुछ महीनो से जारी इस घटिया निर्माण पर अफसरों की नजर ही नहीं पडी है, या फिर कार्य स्थल पर पहुंचकर वो गांधारी बन जाते हैं। कटेकल्याण के तुमकपाल गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। इस कार्य में गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा गया है।
बीम से रॉड गायब हैं तो वहीं इसी बीम के उपर से कालम खडी कर दिये गये हैं। बीम में भी घटिया मसाला का इस्तेमाल कर काफी कमजोर स्तर का बनाया गया है। अधिकांश कालम बीम के उपर से खडी किये गये है, जो हल्का सा धक्का मारने पर हवा में गोते खाने लगे हैं।
ऐसे एक नहीं बल्कि चार कालम है जो गोते खाने लगे हैं।कार्यस्थल तुमकपाल, एजेंसी कटेकल्याण – आश्चर्य की बात ये भी है कि जिस जगह पर निर्माण कार्य हो रहा है वो तुमकपाल पंचायत हैं, लेकिन कार्य एजेंसी कटेकल्याण पंचायत को बनाया गया है।
जबकि नियमतः जिस पंचायत में काम होता है उसी पंचायत को एजेंसी नियुक्त किया जाता है लेकिन यहां हैरतअंगेज कारनामा भी देखने को मिल रहा है।दो मंजिला बननी है इमारत- चार करोड की लागत से बनने वाला यह अस्पताल भवन दो मंजिला होगा।
लेकिन बिना सरिया वाले बीम और गोते खाने वाले कालम पर यह निर्माण असंभव प्रतीत हो रहा है। कार्य कर रहे मजदूरों ने बताया कि इंजीनियर आठ दस दिनों में एक बार कार्य स्थल तक पहुंचते है और कुछ दिशा निर्देश देकर चले जाते हैं, अचरज की बात है कि इंजीनियर को ये खामियां अब तक नजर ही नहीं आई।
मिट्टी फिलिंग करते वक्त जेसीबी का धक्का लगने की वजह से कालम हिल रहा है। उसे तोडकर नया कालम खडा किया जायेगा। बीम में सरिया का उपयोग किया गया है।
डीके मंडावी, सब इंजीनियर