तो ये है हमर छत्तीसगढ़ में कोरोना का हाल… रोक के दावे ध्वस्त, रिकार्ड आंकड़े पार कर रहा है संक्रमण… देखें विडियो रिपोर्ट…
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
छत्तीसगढ़ में अब कोरोना के संक्रमण की रफ्तार पूरी गति में है। अब प्रदेश के कमोबेश सभी जिलों से पाजिटिव संक्रमण के मामले आने लगे हैं। अब तक प्रदेश में कुल 23341 पाजिटिव संक्रमण की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने कर दी है। इसमें से कुल 13732 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और मंगलवार को दर्ज 12 मौतों के साथ मृतकों का आंकड़ा 218 पहुंच गया है। आज जारी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में कुल 1287 मामले पाजिटिव के पाए गए हैं।
2 मई 2020 की शाम 5 बजे छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग की जारी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 28 में से 22 जिलों में एक भी पाजिटिव केस दर्ज नहीं किया गया था। उस समय कुल 6 जिलों रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, कोरबा और सूरजपुर 43 कोविड पाजिटिव की पहचान हो सकी थी। इसमें से कुल 36 संक्रमित स्वस्थ हो चुके थे। केवल 7 संक्रमित ही उपरार्थ कोविड हास्पिटल में भर्ती थे।
पर बीते 4 महीने में छत्तीसगढ़ में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज हो चुकी है। अब पूरे प्रदेश में संक्रमण और मौतों का सिलसिला चल पड़ा है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की जांच का काम भी तेज किया गया है। प्रदेश में आज 25 अगस्त की स्थिति में 5 लाख 5 हजार 593 लोगों का कोविड परीक्षण किया जा चुका है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित जिला राजधानी रायपुर है। यहां अब तक 8118 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है। दूसरे नंबर पर राजधानी से लगे दुर्ग जिला की स्थिति है यहां 2329 और तीसरे नंबर पर 1645 संक्रमितों के साथ राजनांदगांव जिला शामिल है। चौथे नंबर पर बिलासपुर 1407 और पांचवे नंबर में 1221 कोविड पाजिटिव के साथ रायगढ़ जिला शामिल है।
बस्तर संभाग में कुल 2952 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है। यहां बस्तर 602, कोंडागांव 316, दंतेवाड़ा 312, सुकमा 427, कांकेर 570, नारायणपुर 374 और बीजापुर में 351 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है।
सरगुजा संभाग में अब तक कुल 1521 संक्रमित चिन्हे जा चुके हैं। इनमे गौरेला पेंड्रा मरवाही से 36, सरगुजा से 472, कोरिया 305, सूरजपुर 213, बलरामपुर 263 और जशपुर से 392 संक्रमितों की पहचान की जा चुकी है।
इन दो संभाग जिनमें आदिवासियों की आबादी सबसे ज्यादा है वहां 5473 कोरोना संक्रमण के केस स्वास्थ विभाग ने दर्ज किए हैं। शेष 17726 संक्रमित बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग से हैं। कोरोना संक्रमण से बीते 22 अगस्त को डा. रमेश ठाकुर की मौत हो गई। जिसके बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीटर पर शोक भी जताया।
सवाल यह है कि आखिर तमाम सुरक्षा मानकों के बाद भी कोविड के मामले में छत्तीसगढ़ की हालत इतनी बुरी कैसे हो गई। प्रदेश में रेल सेवा बंद है। प्रवासी मजदूरों की व्यवस्था और आवागमन में राज्य सरकार ने लगातार बंदिश लगाकर रखा। अन्य राज्यों से आवाजाही पर 24 अगस्त 2020 से बिना पास आवाजाही की अनुमति का आदेश जारी किया गया।
चरणबद्ध लाकडाउन को लेकर भी राज्य सरकार ने ऐहतियाती कदम उठाने में कोताही की हो ऐसा भी नहीं है। फिर यकायक कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है।