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हे राम! बापू इसे माफ करना : जेल से रिहा होने के बाद बोला कालीचरण- कोई पछतावा नहीं… कलियुग में सच बोलना सजा है तो फिर मिले सजा…

इंपैक्ट डेस्क.

कुछ महीने पहले महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी करने वाला कालीचरण महाराज रायपुर जेल से रिहा हो गया। वह मंगलवार रात इंदौर पहुंचा। यहां भी उसके कुछ समर्थक पहुंच गए और उन्होंने उसका स्वागत किया। कालीचरण महाराज ने कहा कि महात्मा गांधी को लेकर उसने जो शब्द कहे थे, उन पर उसे कोई पछतावा नहीं है।

दरअसल, रायपुर जेल से छूटने के बाद कालीचरण महाराज फ्लाइट से इंदौर पहुंचा। एयरपोर्ट पर महाराज के समर्थकों समेत हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने उसका स्वागत किया। इंदौर आने के बाद कालीचरण महाराज ने कहा कि मैं काली माता का भक्त हूं। काली माता का ही कार्यकर्ता रहूंगा। महात्मा गांधी पर मुझे अपने कहे शब्दों पर कोई पछतावा नहीं है। इस देश में कलियुग में सच बोलना ही सजा है। कालीचरण महाराज विजय नगर स्थित काली मंदिर पहुंचा और पूजा-अर्चना की।

मीडिया से चर्चा में महाराज ने कहा कि मैं देवी अहिल्या की पावन नगरी इंदौर में पहुंचा हूं। यहां पर लोगों का उत्साह देखकर बड़ा प्रसन्न हूं। हिंदुओं के लिए मैं लगातार काम करता रहा हूं। करता रहूंगा। मां अहिल्या की पावन नगरी 2 तीर्थ स्थलों के बीच में है। मुझे यहां आकर बड़ा सुकून मिल रहा है। जिस तरह से यहां लोग पहुंचे और मेरा स्वागत किया है, इससे मेरा उत्साह और मनोबल बढ़ रहा है।

रायपुर पुलिस ने किया था गिरफ्तार
टिकरापारा इलाके में 25 व 26 दिसंबर 2020 को को दो दिवसीय धर्म संसद आयोजित की गई थी। इसमें कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद कालीचरण पर टिकरापारा थाने में केस दर्ज हुआ था। उस समय वह फरार हो गया था। रायपुर पुलिस ने 30 दिसंबर को उसे खजुराहो से गिरफ्तार किया था। कालीचरण महाराज को 1 अप्रैल को जमानत मिली थी। दस्तावेजों के मिलने तक जेल में ही रहना पड़ा। रायपुर के अलावा कालीचरण महाराज के खिलाफ अकोला, पुणे और ठाणे में भी केस दर्ज थे। हिंदू संगठनों ने उसका समर्थन किया था, कांग्रेस ने विरोध जताया था।

भय्यू महाराज से रहा है नाता
इंदौर में दिवंगत संत भय्यू महाराज से कालीचरण का खास नाता रहा है। कालीचरण अकोला निवासी है और भय्यू महाराज का ट्रस्ट अकोला सहित पूरे महाराष्ट्र में सक्रिय है। भय्यू महाराज कालीचरण को आगे बढ़ाना चाहते थे, इसलिए मंच पर जगह देते थे। इंदौर में दत्त जयंती पर आयोजित समारोह में भय्यू महाराज ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ कालीचरण को भी मंच पर बैठाया था। भय्यू महाराज की मौत के बाद भी कालीचरण इंदौर आया था। इंदौर में कालीचरण बाणगंगा के हरिहरण महाराज के आश्रम और काटजू कॉलोनी स्थित कपिश्वर महादेव मंदिर में ही ठहरता है।

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