अतुल्य दंतेवाड़ा : जांच करने पहुंचे ENC को पूरा दस्तावेज नहीं दिखा सके अफसर… प्रत्यक्षदर्शी बता रहे नाराज राही ने कह दी बड़ी बात… जांच के साथ ही भाजपा का पहला बयान कलेक्टर हटाओ…
इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर।
माता दंतेश्वरी कारिडोर परियोजना में गड़बड़ी की जांच करने पहुंचे पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के ईएनसी अरविंद राही ना तो दोपहर का खाना खाए और ना ही किसी को तीमारदारी का मौका दिया। मंदिर परिसर पर चल रहे निर्माण का अवलोकन करने के बाद सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। वहां ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के स्थानीय अधिकारी निर्माण से जुड़े दस्तावेजों के साथ मौजूद थे। जिसका करीब तीन घंटे तक अवलोकन किया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बहुत सारे दस्तावेज अस्त व्यवस्त रखे गए थे। जिसे देखकर ईएनसी अरविंद राही भड़क गए। उन्होंने ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के प्रभारी कार्यपालन अभियंता की जमकर क्लास ली। उन्होंने साफ कहा कि ‘इतने बड़े परियोजना के दस्तावेजों को जिस तरह से रखा गया है उसे देखकर लग रहा है कि काम करने का सिस्टम सही नहीं है।’ श्री राही के इस कथन की पुष्टि के लिए उनके मोबाइल पर काल कर चर्चा की कोशिश की गई पर उन्होंने किसी भी काल को रिसीव नहीं किया।
करीब एक घंटे तक मंदिर परिसर में रिवर निर्माणाधीन रिवर फ्रंट और मुख्य द्वार के साथ अन्य निर्माण कार्यों का अवलोकन किया गया। उनके साथ उनके विश्वस्त कुछ तकनीकी विशेषज्ञ भी पहुंचे थे। जो हर काम को बड़ी बारिकी से देखने की कोशिश कर रहे थे। दरअसल रिवर फ्रंट में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर सबसे बड़ा आरोप यही है कि एक बड़े काम को किस उद्देश्य से 26 टुकड़ों में विभाजित कर तकनीकी स्वीकृति और प्रशासकीय स्वीकृति की प्रक्रिया का पालन करने की कोशिश की गई। दूसरा बड़ा सवाल यही है कि क्या एक रिवरफ्रंट के डिजाइन तकनीकी स्वीकृति में राशि कटौती के लिए स्पिलिट कर नक्शा कैसे तैयार किया जा सकता है?
प्रत्यदर्शियों के मुताबिक सर्किट हाउस में खाना बनाने वाले ने जब लंच के लिए पूछा तो उसे मना कर दिया गया। इसके बाद दोपहर तक अभिलेखों की जांच के बाद करीब साढ़े तीन बजे सर्किट हाउस से निकल गए।
देर शाम ओबीसी मोर्चा प्रदेश कार्य समिति अध्यक्ष एवं पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा दंतेवाड़ा ने एक विज्ञप्ति जारी की है देखें
भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष भाजपा नवीन विश्वकर्मा ने मां दंतेश्वरी कॉरीडोर निर्माण घोटाले के सवेदनशील मामले में कलेक्टर व आरईएस कार्यपालन अभियंता समेत अन्य अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इन अफसरों को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है। भाजपा नेता विश्वकर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार के संरक्षण में जिला प्रशासन के अफसरों ने जिस तरह बड़े घोटाले किए और मांई दंतेश्वरी मन्दिर को भी नहीं बख्शा, उसकी खबरें विभिन्न अखबारों व समाचार माध्यमो में आ रही हैं, उससे न सिर्फ दंतेवाड़ा क्षेत्र की, बल्कि पूरे बस्तर की बदनामी हो रही है। अब चूंकि नई भाजपा सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य स्तर से जांच टीम गठित की है, तो कथित घोटाले से संबंधित अधिकारियों द्वारा साक्ष्यों और जांच को प्रभावित करने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। माननीय मुख्यमंत्री को इस तथ्य को संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से इन अधिकारियों को दंतेवाड़ा जिले से हटा देना चाहिए। साथ ही दंतेवाड़ा जिले में भूपेश सरकार के पिछले 5 साल के कार्यकाल में जितने घपले किये गए, और नए निर्माण के नाम पर 10 साल से कम पुराने भवनों को तोड़े जाने की भी सूक्ष्मता से जांच कर उसकी रिकवरी इन्हीं अफसरों से करवाकर एफआईआर दर्ज करवाना चाहिए।
नवीन विश्वकर्मा
ओबीसी मोर्चा प्रदेश कार्य समिति अध्यक्ष एवं पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा दंतेवाड़ा