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कोरोना से जंग में बीजापुर का यह गाँव बना मिसाल, गाँव का हर शख्स कोरोना वारियर्स, पढ़िए बीहड़ में बसे “पदमूर” की कहानी…

गणेश मिश्रा. बीजापुर।

देश में कोरोना संक्रमण के शुरू होते ही बीजापुर जिले से कई गांवों की ऐसी तस्वीरें निकलकर बाहर आई थी, जहां ग्रामीणों ने गांव के बाहर नाका लगाकर बाहरी व्यक्तियों के गांव में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी या फिर यू कहे कि ग्रामीणों ने स्वमेव ही पूरे गांव को सील कर दिया था।

परंतु अब भी बीजापुर जिले में एक ऐसा गांव मौजूद हे, जो कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर अनलॉक फेस वन में बीजापुर ही नहीं बल्कि देश के लिए मिसाल बन गया है।

पिछले सत्तर दिनों से चल रहे लॉक डाउन के बाद अनलॉक के बावजूद ग्रीन जोन में स्थित इस गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी ही नहीं लगाई है बल्कि वेवजह गांव में आने वाले लोगों पर और वाहनों के लिए अर्थदण्ड निर्धारित किया गया है।

इसके लिए ग्रामीणों ने गांव के सरहद पर बेरिकेट्स लगाकर एक सूचना चस्पा किया है। जिस पर गांव में प्रवेश को लेकर नियम व शर्तों का उल्लेख किया गया है।

जिला मुख्यालय से करीब तीस किमी दूर गंगालूर इलाके में स्थित ग्राम पंचायत पदमूर इन दिनों कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता के मामले में जिले के लिए मिसाल बना हुआ है। यहां अब पहले जैसा आना-जाना या वाहनों की आवाजाही मुनासिब नहीं है।

क्योंकि कोरोना संक्रमण के भय के चलते ग्रामीणों ने इस गांव में प्रवेष पर पूर्ण रूप से तब तक के लिए पाबंदी लगा दिया है जब तक संक्रमण नियंत्रण में नहीं आ जाता। गांव के युवक मंगू का कहना है कि जब कोरोना संक्रमण की शुरूआत हुई तब उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि यह संक्रमण संक्रमित क्षेत्र से आने वाले लोगों से ही अन्य लोगों तक फैलता है, इसलिए आंध्र से मजदूरी कर वापस लौटे करीब 50 से अधिक ग्रामीणों को पहले पंचायत के आश्रित ग्राम पेद्दाजोजेर में प्रषासन की मदद से 14 दिनों के क्वारींटीन किया गया।

साथ ही गांव के सरहद पर बेरिकेट्स लगाकर बाहरी व्यक्तियों के प्रवेष पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले सत्तर दिनों से चल रहे लॉक डाउन के चलते गांव को सील करने के बाद गांव में अब तक कोई भी नया व्यक्ति नहीं आया है। जो भी गांव में प्रवेश करने की कोशिश करता है, उसे गांव के युवक खुद ही बेरिकेट्स से वापस भेज देते हैं, जिसके चलते गांव में संक्रमण का खतरा अब कम होता नजर आ रहा है।

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