District Beejapur

वनकर्मियों के हित में जल्द फैसला ले सरकार : विजय….
जनता कांग्रेस ने हड़ताली वनकर्मियों को दिया अपना समर्थन, जिलाध्यक्ष ने कहा- वायदा खिलाफी में भाजपा के नक्शे- कदम पर कांग्रेस…

इंपैक्ट डेस्क.

बीजापुर। बारह सूत्रीय मांगों को लेकर बेमुद्दत हड़ताल पर अड़े वनकर्मियों को अब राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिल रहा है तो वही समर्थन के जरिए एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चल पड़ा है। मंगलवार को पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के नेतृत्व में भाजपा पदाधिकारियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर वनकर्मियों को अपना समर्थन देते हुए उनकी मांगों को जायज बताया था, भाजपा के बाद आज जनता कांग्रेस(जेसीसीजे) के जिला अध्यक्ष विजय झाड़ी के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारी समेत कार्यकर्ता धरना स्थल पहुंचे। जनता कांग्रेस की ओर से जिलाअध्यक्ष विजय झाड़ी ने आंदोलनरत् वनकर्मियांे को संबोधित किया। विजय ने उनकी 12 सूत्रीय मांगों को वाजिब ठहराते कहा कि पिछली सरकार भाजपा की थी और क्षेत्र के विधायक सरकार में वन मंत्री थे। उनके वनमंत्री रहते भी वनकर्मियों की लंबित मांगों का निराकरण नहीं हो पाया तो पूर्व विधायक के वनमंत्री पद पर बने रहने का क्या फायदा वनकर्मियों को मिली। इसी तरह वर्तमान सरकार भी सत्तासीन होने से पहले कई वायदे कर सरकार में आई, लेकिन सत्ता में काबिज हुए साढ़े तीन साल बीतने के बाद यह सरकार भी पिछली सरकार के नक्शे कदम पर चल रही है। बेरोजगार, अनियमित कर्मियों, किसानों की तर्ज पर वनकर्मियों की जायज मांगों को भी इस सरकार ने रद्दी की टोकरी में डाल रखा है। लगातार आंदोलनरत् रहने के बावजूद सरकार की कानों में जू तक नहीं रेंग रही हैं तो वही तत्कालीन भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री, नेता भी अपने राजनीतिक लाभ के लिए केवल उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। विजय ने कहा कि 2002 में अजीत जोगी की सरकारी बनी थी, तब राज्य का बजट 4000 करोड़ में तत्कालीन भाजपा सरकार को 3000 करोड़ बचाकर दिया गया था, लेकिन कर्मजोर अर्थनीति के चलते पिछली सरकार ने बजट को घाटे की ओर ले गई और राज्य पर 40000 करोड़ कर्ज थोप दिया, इसी तरह वर्तमान कांग्रेस सरकार ने भी इसमें कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी और राज्य को 84000 के कर्ज में लेकर चल रही है। विजय ने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों पर निशाना साधते कहा कि जनता ने दोनों ही पार्टियों को बराबर का मौका दिया था। गहरा विश्वास भी जताया था, लेकिन दोनों ही पार्टियां जन अपेक्षाओं पर खड़ी नहीं उतर पाई, नतीजतन आज प्रदेश में बेरोजगार रोजगार, अनियमित नियमितिकरण, किसान बोनस, तेंदूपत्ता संग्राहकर संग्रहण दर में बढ़ोतरी के बाद अब वन कर्मी अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन को बाध्य है, जो सरकारों की नाकामी और वायदा खिलाफी का उदाहरण पेश करती है। विजय ने कहा कि वनकर्मियों की सभी मांगें जायज है। उनकी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकार को अविलंब उनकी मांगें पूरी की जानी चाहिए। जल्द ही सरकार वनकर्मियों की मांगों पर कोई निर्णय नहीं लेती तो जनता कांग्रेस वनकर्मियों की जायजा मांगों को लेकर उनके साथ सरकार के खिलाफ आंदोलन पर उतरेगी। इस दौरान पार्टी के बस्तर सलाहकार व प्रदेश संयुक्त सचिव चंद्रैया सकनी, संभागीय महामंत्री पूर्व जिपं अध्यक्ष जमुना सकनी, बीजापुर ब्लाक अध्यक्ष गुड्डु कोरसा, जिला उपाध्यक्ष सल्मैया अंगनपल्ली, वरिष्ठ महिला नेत्री सुनीता तिवारी, लालू, नरेंद्र पदम समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

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