State News

मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता से नवजात के इलाज हेतु परिजनों की दूर हुई चिन्ता : 7 दिन की नवजात को बचाने श्रमिक पिता पहुंच गये हैदराबाद… मुख्यमंत्री को पता चला तो इलाज के लिए तत्काल पांच लाख की घोषणा की…

इम्पैक्ट डेस्क.

रायपुर. बालोद जिले के ग्राम झलमला के निवासी राजीव नेताम मजदूरी करते थे। उनकी नवजात बिटिया को डॉक्टरों ने हृदय रोग होना बताया और कहा कि वे इसे हैदराबाद ले जाएं, वहीं पर इस बीमारी का इलाज हो पाएगा। राजीव ने कर्ज लेकर, इधर-उधर संपत्ति बेचकर कुछ पैसे जुटाये और बिटिया को हैदराबाद ले गया। वहां बिटिया की सर्जरी हुई।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जब इसकी सूचना मिली और उन्होंने राजीव की कहानी सुनी कि किस तरह अपनी बिटिया के लिए उसने अपना सब कुछ बेच दिया और यथासंभव कर्ज ले लिया। वे राजीव की माँ को लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। मुख्यमंत्री ने फोन से इसकी जानकारी होते ही स्वयं श्रमिक श्री राजीव नेताम को मिलने अपने निवास कार्यालय बुलाया और उसकी बिटिया की बीमारी के उपचार के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री श्री बघेल इसे सुनकर काफी भावुक हुए और उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए बिटिया के इलाज के लिए तुरंत पांच लाख रुपए की घोषणा की। नवजात की दादी श्रीमती शारदा मंडावी को इससे बड़ी राहत मिली और भावुक होकर बताया कि कका के बारे में बहुत सुने रहेन। मिल के बहुत अच्छा लगिस। कका हमर मन के सब चिंता ल दूर कर दिस।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य हमारे लिए सबसे जरूरी है, इसलिए हमने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत दी जाने वाली राशि की सीमा बढ़ाकर 25 लाख कर दी है।

error: Content is protected !!