National News

लोकसभा चुनाव में सेंधमारी की कोशिश में ड्रैगन! माइक्रोसॉफ्ट ने बताया- क्या है चीन का प्लान

नई दिल्ली
 इस साल दुनिया के कई प्रमुख देशों में चुनाव हो रहे हैं। इनमें भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका शामिल हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि चीन के हैकर्स एआई का उपयोग कर इन चुनावों को बाधित करने का प्रयास करेंगे।

माइक्रोसाॅफ्ट के मुताबिक चीनी हैकर्स मीम्स, वीडियो और ऑडियो के जरिए चुनवों को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे।

टेक दिग्गज के अनुसार, चीन मतदाताओं को विभाजित करने के लिए फर्जी सोशल मीडिया खातों का उपयोग कर रहा है।

कंपनी ने एक पोस्ट में कहा,"चीन ने दुनिया भर में अपने लक्ष्यों को साधने के लिए एआई-जनित सामग्री का उपयोग बढ़ा दिया है।"

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) से जुड़े लोगों के भ्रामक सोशल मीडिया खातों ने अमेरिकी मतदाताओं को विभाजित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर विवादास्पद सवाल उठाना शुरू कर दिया है।

इस साल जनवरी में ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव में भी चीन से जुड़े साइबर हैकर्स ने एआई-जनित सामग्री का उपयोग किया था।

ताइवान के चुनाव में भी एक्टिव था ग्रुप

रिपोर्ट में जनवरी के दौरान ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की चीन की कोशिश का भी जिक्र किया गया है. यह किसी देश के द्वारा समर्थित इकाई के द्वारा विदेशी चुनाव को प्रभावित करने के लिए AI कंटेंट का उपयोग करने का पहला उदाहरण है. स्टॉर्म 1376 के नाम से जाना जाने वाला बीजिंग समर्थित ग्रुप ताइवानी चुनाव के दौरान सक्रिय था, कुछ उम्मीदवारों को बदनाम करने के लिए एआई-जनरेटेड मीम्स और नकली ऑडियो कंंटेंट का प्रसार कर रहा था.

इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट ने यह भी कहा कि चीनी समूह अमेरिका में विभाजनकारी सवाल उठाने और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रमुख मतदान जनसांख्यिकी पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग करते हैं.

बता दें कि यह रिपोर्ट चीनी साइबर ऑपरेटरों के कारण साइबर सुरक्षा उल्लंघनों के हालिया खुलासे से कुछ हद तक मेल खाता है. पिछले महीने, अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों ने चीन समर्थित हैकर्स पर राजनेताओं, पत्रकारों और बिजनेसमेन्स को निशाना बनाते हुए एक लंबा साइबर अभियान चलाने का आरोप लगाया था.

माइक्रोसॉफ्ट की चेतावनी चुनावी हस्तक्षेप में AI के उपयोग के बारे में बढ़ती चिंताओं और ऐसे खतरों के खिलाफ कड़ी सतर्कता की जरूरत की तरफ ध्यान खींचती है.

error: Content is protected !!