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पामेड़ इलाके में द्रोण से एरियल अटैक को लेकर माओवादियों के आरोप के बाद ग्रामीणों का प्रदर्शन… सीपीआई ने की घटना की निंदा

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इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर/सुकमा।

बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाके विशेषकर बीजापुर और सुकमा जिले के तेलंगाना सीमाई वन क्षेत्रों में जहां माओवादियों का गढ़ माना जाता है। वहां बीते कुछ समय से हवाई हमलों को लेकर सुर्खियां बनी हुई हैं। करीब चार माह पहले 11 जनवरी 2023 को पहली बार यह खबर बाहर आई कि मेटगुड़ा इलाके में चौपर से कोबरा के जवानों ने एरियल अटैक किया। इसके बाद एक बार फिर 7 अप्रेल 2023 को हवाई हमले की खबरें बाहर आई। इसकी जानकारी सबसे पहले माओवादियों ने अपने विज्ञप्ति में दी। इसके दो दिन प्रभावित इलाकों के ग्रामीणों ने हमले के कथित अवशेष के साथ प्रदर्शन किया।

इसी मामले को लेकर सीपीआई के राज्य सचिव व कोंटा क्षेत्र के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने एक बयान जारी कर कहा कि कुछ दिन पहले पामेड़ क्षेत्र के ग्राम जब्बागटटा, मीनागटटा, काउरगटटा, भट्टीगुडा आदि गांवों मे फिर से ड्रोन व्दारा बमबारी करने की खबरें प्रसारित हो रही है।

ड्रोन से ही नही बल्कि इस बार हेलीकाप्टर से भी प्रातः 05 से 06 बजे के दरम्यान आसमान से बम गिराये गये। इस बमबारी से कईयों के घायल होने की खबरें भी आ रही है। दर-असल यह महुआ बिनने का मौसम है लोग सुबह 4 बजे से महुआ बिनने घरो से निकलकर जंगल चले जाते है और यह उसी वक्त की घटना है।

श्री कुंजाम ने कहा महुआ फूल बिनने के साथ ही आदिवासियों का सबसे प्रमुख त्यौहार(पण्डुम) बीज पण्डुम शुरु हो जाता है। पहले यही बीज पण्डुम मनाने के दौरान सारकेगुडा, एड़समेटा गाँव में फोर्स व्दारा एकत्रित ग्रामीणों को रात्रि में घेर कर फायरिंग मे मार डाला गया था। संदेह स्वाभाविक है कि आसमान से बम गिराने से बहुत बडी सारकेगुडा घटना से भी बडी घटना हो सकता है।

श्री कुंजाम ने सवाल उठाया कि अभी सीआरपीएफ की स्थापना दिवस के मौके पर बस्तर मे आकर देश के केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा था कि नक्सलवाद काबू में है या नियत्रंण मे है। जब नियत्रंण मे है तो ऐसे बमबारी की जरूरत क्यों? दूसरा क्या देश के भीतर देशवासियों के ऊपर हवाई हमला नहीं करने का राष्ट्रीय नीति को मोदी सरकार व्दारा बदल दिया गया है? तीसरा यह कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार का इस हवाई हमला में क्या भूमिका है?

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श्री कुंजाम का सवाल यह भी है कि राज्य सरकार की सहमति के बगैर ऐसे हमला कैसे सम्भव है? इन सवालों के सन्दर्भ में देखने व सोचने से स्पष्ट हो जाता है कि ये सब मामलों में भाजपा—कांग्रेस मे कोई फर्क नही है। मनीष कुंजाम ने कहा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इन हवाई हमलों की कड़ी निन्दा करती है और मांग करते हैं कि ऐसे घटना की पुनरावृत्ति न हो।

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