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update करीब तीन घंटे चली बैठक : सीएम हाउस में छत्तीसगढ़ प्रभारी सैलजा ने ली बैठक… बाहर चर्चा कुछ बहुत बड़ा होने के संकेत! यदि सिंहदेव की माने तो प्रदेश में कुछ भी बड़ा नहीं होने वाला ना संगठन में बदलाव और ना ही मंत्री मंडल में फेरबदल…

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इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर।

छत्तीसगढ़ में राजनीति का मौसम बदलने वाला है। इस बात के संकेत आज दोपहर कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा के सीएम हाउस में अत्यंत गोपनीय बैठक के बाद मिलने लगे हैं। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में ईडी की दबिश के बाद राजनीतिक माहौल में भारी गर्मी आई है। यह साफ दिखाई दे रहा है कि केंद्र नियंत्रित प्रवर्तन निदेशालय की टीम शराब घोटाले को लेकर कुछ बड़ा करने से पहले फिल्डिंग सजाई जा रही है।

कांग्रेस की राजनीति को करीब से जानने समझने वाले मान रहे हैं कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत के बाद अब केंद्रीय नेतृत्व का पूरा फोकस छत्तीसगढ़ पर है। प्रभारी कुमारी सैलजा के सीएम हाउस में चल रही बड़ी बैठक से साफ है कि पीसीसी चीफ के साथ ही खराब परफार्मेस वाले मंत्रियों को लेकर संगठन बड़ा निर्णय ले सकता है।

कर्नाटक चुनाव के पहले से ही पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम को बदलकर उन्हे अहम जवाबदारी दिये जाने की बात सामने आ रही थी। ऐसे में अब कयास हैं कि आज के इस मैराथन बैठक में प्रदेश की राजनीति हालातों पर चर्चा के बाद बड़े निर्णय लिये जा सकते हैं। बस्तर में आदिवासी वोटो को जुटाने के लिए मोहन मरकाम को मंत्रीमंडल में शामिल कर अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। वही दूसरी तरफ प्रदेश में कई ऐसे मंत्री भी हैं जिनका परफार्मेंस अच्छा नही रहा और अक्सर वो विवादों में भी रहे। लिहाजा ऐसे मंत्रियों को साइड करते हुए अन्य जिम्मेदारी देकर जनता के बीच माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास भी किया जा सकता हैं।

मुख्यमंत्री निवास में बैठक को काफी गोपनीय रखा गया है। बैठक में कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत के अलावे अन्य कोई नहीं है। वहीं बैठक में करीब डेढ़ घंटे तक मौजूद रहने के बाद रूद्र कुमार गुरू बैठक से बाहर निकल चुके हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बार फिर संगठन और मंत्रीमंडल में बड़ी फेरबदल के कयास तेज हो गये हैं।

इधर जानकारी मिली है कि ईडी के डायरेक्टर भी श्री​ मिश्रा सोमवार को रायपुर पहुंचे थे। उनके यहां पहुंचने के बाद कांग्रेस के भीतर बड़ी हलचल है। बताया जा रहा है कि ईडी सीएम के करीबियों को सीधे निशाने पर लेने की जुगत में है। ऐसे में कांग्रेस जिसने कर्नाटक में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव में भारी जीत हासिल की है उसे इसी मुद्दे पर सीधे तौर पर घेरने की दिशा में किसी भी हद तक केंद्र जा सकती है इसे लेकर कांग्रेस को कोई संदेह नहीं है।

बैठक ख़त्म होने के बाद टीएस सिंहदेव ने कहा

करीब 3 घंटे तक चली। इसके बाद मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष मरकाम सीएम हाउस से निकल गए। वहीं मंत्री सिंहदेव ने बैठक को लेकर पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा- बैठक पूर्ण रूप से चुनावी तैयारियों पर केंद्रित थी। बैठक पहले से ही तय थी। कुमारी सैलजा ने चुनावी रणनीति को लेकर निर्देश दिए हैं। आगामी दिनों में संभाग स्तरीय अभियान शुरू होंगे। जिनमें सभी पांचों संभाग में कांग्रेस नई रणनीति के साथ लोगों के बीच जाएगी।

बैठक के माहौल का जिक्र करते हुए सिंहदेव ने कहा कि सभी मंत्री साथ बैठे थे। मेरा उपवास था, मैंने वहां कुछ नहीं खाया। मगर भूपेश बघेल जी के यहां से झे आम मिले, आम को गाड़ियों में रखवाया गया। अब मैं बंगले में खाऊंगा। कांग्रेस संगठन में क्या कोई बदलाव होगा क्या, इस सवाल के जवाब देते हुए सिंहदेव ने कहा कि 75 प्लस सीटें कांग्रेस को मिली है, काम अच्छा हुआ है, तो बदलाव क्यों करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैठक में भी ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है।

उन्होंने बताया पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बैठक हुई। प्रभारी मंत्रियों के काम के साथ संभागीय बैठकों की रूपरेखा तैयार की गई। इसमें ईडी की कार्रवाई को लेकर भी चर्चा की गई । यदि सिंहदेव की माने तो प्रदेश में कुछ भी बड़ा नहीं होने वाला ना संगठन में बदलाव और ना ही मंत्री मंडल में फेरबदल…

क्या ईडी की कार्रवाई पर चर्चा के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि हमने देखा कि कर्नाटक में क्या हुआ, हमने छत्तीसगढ़ में भी देखा। नान घोटाला के संबंध में विदेशों में अकाउंट खोले जाने के संबंध में अन्य मुद्दे जो उठे। उसमें एक भी जांच न नहीं की गई। स्पेशल टास्क फोर्स अपॉइंट किया तो भाजपा ने कोर्ट में जाकर उस पर स्टे ले लिया। ईडी क्या कर रही है। लोगों पर दबाव बना रही है। मारपीट कर रही है, उनसे दबाव में हस्ताक्षर करवा रही है।

मैंने भी इस बात को रखा कि हमने जो पॉलिसी इम्प्लीमेंट किए हैं। चुनाव जीतना तो लगभग क्लियर दिख रहा हैष बाकी और जो बातें हैं जो परिस्थितियां हैं, उनको और लोगों से बात करके कार्यकर्ताओं से बात करके कार्यकर्ताओं के मन में क्या है अन्य लोगों के मन में क्या है, ये देखेंगे।चुनाव को लेकर क्लियर तय हुआ है कि आने वाले समय में किस तरीके से काम करना है। दो-तीन हफ्ते के अंदर यह दिखना शुरू हो जाएगा 15 जून के अंदर 5 संभागों में कार्यकर्ता सम्मेलन हो जाएगा

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