Big news

भारत सरकार की बड़ी पहल : विलुप्त होते चीतों की देखभाल के लिए इस देश में कराई जाएगी ट्रेनिंग…

इम्पैक्ट डेस्क.

नई दिल्ली. भारत में बिलुप्त चीतों को फिर से बसाने के लिए भारत सरकार पहल कर रही है। भारत सरकार नें विदेशो से मंगाए चीतों की देखभाल के लिए ट्रेनिंग व्यवस्था शुरु की थी। जिसमें भारत सरकार ने नमीबिया के राष्ट्रीय ट्रेनिंग सेंटर ऑफ चीता से भारतीय वन जीव रक्षको को ट्रेनिंग देने का काम शुरु कर दिया है। वर्ष 1952 में भारत में चीता विलुप्त घोषित किया गया था। आखिरी के बचे तीन चीतों को महाराजा रामानुज प्रताप सिंह देव ने मार गिराया था। वर्ष 2009 में चीता को दोबारा बसाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के साथ अंतरराष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों की चर्चा हुई।

कूनों अभ्यारण्य में होगा रिलोकेशन

वर्ष 2010 में भारतीय वन्यजीव संस्थान ने भारत में चीता री-लोकेशन के लिए संभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया। जिसमें 10 स्थलों में कूनो अभयारण्य सबसे ठीक पाया गया। कूनो के 750 वर्ग किलोमीटर में लगभग दो दर्जन चीते रह सकते हैं। इसके अतिरिक्त करीब 3 हजार वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र दो जिलों श्योपुर और शिवपुरी में है। जिसमें चीते घूम सकते हैं। वन अधिकारियों के दल ने नामीबिया की चीता प्रबंधन तकनीक की ट्रेनिंग ले ली है। कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए बनाए गए बाड़े के पास हेलीपैड बनाने का काम तेजी से चल रहा है। यह काम श्योपुर, मुरैना के साथ 4 डिवीजन मिलकर कर रहे हैं। कुल 5 हेलीपेड बनाए जा रहे हैं।

error: Content is protected !!