भारत की बड़ी कामयाबी, जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने घोषित किया ग्लोबल टेरिरिस्ट
न्यूज डेस्क.
विश्व स्तर पर बुधवार को भारत को उस वक्त बड़ी कूटनीतिक जीत मिली, जब जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल टेरिरिस्ट घोषित कर दिया। चीन ने एक दिन पहले ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि वो इस बार मसूद अजहर के मामले में अड़ंगा नहीं डालेगा।बीजिंग ने मंगलवार (30 अप्रैल) को कहा था कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर को वैश्विक अतंकवादी घोषित करने का यह विवादित मुद्दा ‘अच्छी तरह सुलझ जाएगा।
अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की ओर से जैश प्रमुख अजहर पर प्रतिबंध लगाने के ताजा प्रस्ताव पर चीन ने मार्च में वीटो लगा दिया था। इससे पहले जैश ने फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की यह पिछले 10 साल में चौथी कोशिश थी।
सबसे पहले 2009 में भारत ने प्रस्ताव रखा था। फिर 2016 में भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र की 1267 प्रतिबंध परिषद के समक्ष दूसरी बार प्रस्ताव रखा। इन्हीं देशों के समर्थन के साथ भारत ने 2017 में तीसरी बार यह प्रस्ताव रखा था। इन सभी मौकों पर चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर ऐसा होने से रोक दिया था।
अजहर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने में चीन द्वारा विटो हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर आभार जताया है देखें ट्विट
日本が美しい調和の新時代 #令和 に入ることに当たり、私の親愛なる友人@AbeShinzo @JPN_PMO、そして安倍総理を通じて日本国民全員に対して、平和・繁栄・幸福をお祈り申し上げます。
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2019
As Japan embarks on the new #Reiwa era of beautiful harmony, I wish my dear friend @AbeShinzo @JPN_PMO and through him, all the people of Japan peace, prosperity and happiness.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2019
गौरतलब है कि चीन ने एक दिन पहले मंगलवार को कहा था कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा, लेकिन उसने कोई समयसीमा नहीं बताई। कुछ दिन पहले यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख सामने आया है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था, ”मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मुझे भरोसा है कि उचित तरीके से इसका समाधान निकलेगा।” वह इन खबरों के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब दे रहे थे कि चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के एक ताजा प्रस्ताव पर तकनीकी रोक हटाने पर सहमति जता दी है।