Thursday, May 16, 2024
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Sarguja-Sambhagsuicide

ढाई महीने पहले अपने माता-पिता की हत्या कर उनका शव घर में किया था दफन… अब अस्पताल के बाथरूम में फांसी लगाकर की आत्महत्या…

इम्पैक्ट डेस्क.

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर इलाके में ढाई महीने पहले अपने माता-पिता की हत्या कर उनका शव घर में दफन करने वाले 17 वर्षीय किशोर ने बिलासपुर के मेंटल अस्पताल के बाथरूम में फांसी लगा आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह भेजा गया था। मां-पिता की हत्या के बाद वह सदमे में था। इस दौरान काउंसलिंग में उसने बोला था कि मैं आत्महत्या कर लूंगा। मानसिक रूप से बीमार होने पर उसे अंबिकापुर के जिला अस्पताल से राज्य मानसिक चिकित्सालय रेफर किया गया था।

दरअसल 3 मार्च 2022 को किशोर ने अपने पिता जयराम सिंह (50) व मां फुलसुंदरी बाई (45) की हत्या कर दी थी और घर में ही गड्‌ढा खोदकर दोनों शव को जमीन में दफन कर दिया था। पांच दिन बाद उसके दीदी एवं जीजा के घर पहुंचने पर हत्या के इस मामले का खुलासा हुआ था। पुलिस ने दोनों के शवों को जमीन से खोद कर बाहर निकाला। पूछताछ में पता चला था कि किशोर कक्षा 12 वीं की दो विषयों की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाया था, जिसके कारण फेल हो गया था। इसके बाद पॉलिटेक्निक की परीक्षा भी वह पास नहीं कर पाया था। इससे मानसिक रूप से वह परेशान था। पुलिस को दिए बयान में वह अपने परिवारवालों पर आरोप लगाया था कि वे उससे लाड़ प्यार नहीं करते थे। हत्या करने से पहले उसकी मानसिक स्थिति खराब थी और वह हमेशा चिड़चिड़ाता रहता था। शुक्रवार को सेंदरी मेंटल अस्पताल के बाथरूम में उसका शव फांसी पर झूलता मिला।

काउंसलिंग में कहा था- खुदकुशी कर लूंगा
अंबिकापुर के बाल संप्रेक्षण गृह में उसकी काउंसलिंग हुई थी। इसमें वह बोला था कि वह मर जाएगा। बार-बार वह खुदकुशी करने की बात करता था। इसलिए उसे स्टेट मेंटल हॉस्पिटल सेंदरी भेज दिया गया था। मेंटल हॉस्पिटल के अधीक्षक बीआर नंदा का कहना है कि किशोर जब से आया था, तब से मरने की बात कहता था। उसे अलग कमरे में रखा गया था और उसकी देखरेख के लिए एक अटेंडर रखा गया था। उस पर हमेशा नजर रहती थी। बाथरूम के भीतर जाकर उसने खुदकुशी की इसलिए कोई देख नहीं पाया।

दो दिन पहले भी दीवार से कूद गया था किशोर
कोनी थानेदार सुनील तिर्की ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन और स्टाफ से पूछताछ में पता चला कि किशोर ने अस्पताल से भागने की कोशिश भी की थी। दो दिन पहले वह दीवार पर चढ़कर कूद गया था। हालांकि, इस दौरान उसे ज्यादा चोटें नहीं आई। बताया जा रहा है कि रात में वह बाथरूम गया था, तभी अपने पास रखे गमछे को फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले बाल सुधार गृह में वह कई बार खुद को चोट भी पहुंचा चुका था।

पहुंचे परिजन, होगी न्यायिक जांच
किशोर द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने के बाद इसकी सूचना पर उसका बड़ा भाई एवं जीजा बिलासपुर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद उन्हें सौंप दिया है। थानेदार सुनील तिर्की ने बताया कि चूंकि किशोर बाल अपचारी था और उसे हिरासत में रखा गया था। ऐसे में यह हिरासत में मौत का मामला है। लिहाजा, मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में परिजनों के सामने शव का पंचनामा कराया गया है। मामले की जांच मैजिस्ट्रेट की ओर से की जाएगी।

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