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पुणे: कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट की निर्माणाधीन इमारत में आग, वैक्सीन सुरक्षित

news desk.

ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनेका की कोविड वैक्सीन का भारत में निर्माण करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की पुणे इकाई में गुरुवार को आग लग गई। यह आग SII के टर्मिनल 1 गेट पर लगी।  आग की खबरों के बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि इससे कोरोना वैक्सीन का उत्पादन प्रभावित होगा लेकिन SII के जिस हिस्से में आग लगी है वह निर्माणाधीन इमारत है। वैक्सीन का भंडारन और उत्पादन दोनों ही पूरी तरह सुरक्षित हैं। 

SII के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट कर बताया है कि अभी तक आग से किसी को नुकसान नहीं हुआ है और न ही किसी को गंभीर चोट आई है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि आग से इमारत के कुछ माले बर्बाद हो गए।

SII के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. सुरेश जाधव ने बताया कि जहां आग लगी है वहां BCG वैक्सीन से जुड़ा काम चल रहा था। यह हिस्सा वहां से काफी दूर है जहां कोविड-19 का टीका कोविशील्ड बनाया जा रहा है और स्टोर किया जा रहा है। 

पुणे पुलिस कमिशनर अमिताभ गुप्ता ने बताया, ‘हमें दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर सीरम इंस्टीट्यूट की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस और फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंची। सभी लोगों को निकाल लिया गया है। 1 घंटे में आग बुझा दी जाएगी। इस इमारत में वैक्सीन का प्लांट या भंडारण नहीं किया जा रहा था।’

उन्होंने बताया, ‘आग बुझ जाने के बाद पुलिस की जांच शुरू हो जाएगी। हम हर पहलू की जांच करेंगे। इस इमारत में निर्माण कार्य चल रहा था।’

मेयर मुरलीधर महोल के मुताबिक, आग सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी प्लांट में लगी है। दमकल विभाग के मुताबिक आग हाल ही में बनी इमारतके पांचवे मंजिल पर लगी है। फिलहाल SII में दमकल की पांच से दस गाड़ियां आग बुझाने के काम में जुटी हुई हैं।

बता दें कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनेका की कोरोना वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ही बनाया है। भारत में टीकाकरण की शुरुआत के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पुणे वाले उत्पादन केंद्र से ही कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खेप देशभर में भेजी गई थी।

सीरम इंस्टीट्यूट में भीषण आग से 5 मजदूरों की मौत

पुणे स्थित भारतीय सीरम संस्थान (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) के मंजरी परिसर में एक भवन में बृहस्पतिवार को आग लग गई, जिसके बाद वहां से चार लोगों को बाहर निकाला गया, जबकि पांच शव भी मिले हैं। पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने यह जानकारी दी। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। 

हालांकि, आग कोरोना वायरस टीका निर्माण इकाई से दूर लगी है, लिहाजा ‘कोविशील्ड’ टीकों के निर्माण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। मोहोल ने कहा, “यहां पहले 4 लोगों के फंसे होने की आशंका थी, उन्हें सुरक्षित निकाला गया। परन्तु बाद में पता चला कि जो फ्लोर पूरी तरह से जलकर राख हो गया उसमें 5 लोगों के शव को निकाला गया है।”

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