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कैदी नंबर P01135809 डोनाल्ड ट्रंप को धोखाधड़ी मामले में हुई जेल… पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जिन्हें जेल की सजा हुई…

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इम्पेक्ट न्यूज डेस्क। अंतरराष्ट्रीय।

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में घोखाधड़ी के मामले में डोनाल्ड ट्रम्प को जेल की सजा भुगतनी पड़ी है। उन्होंने शुक्रवार सुबह फुल्टन काउंटी पुलिस के सामने सरेंडर किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया और फुल्टन काउंटी जेल ले गई। उन्हें पुलिस रिकॉर्ड में कैदी नंबर P01135809 के रूप में दर्ज किया गया।

ट्रम्प की आरोपी की तरह तस्वीर खींची गई (मगशॉट)। 20 मिनट बाद वो जेल से बाहर आ गए। इसी के साथ ट्रम्प अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिनका कैदियों की तरह मगशॉट लिया गया। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प ने रिहाई के पहले शर्तों के साथ 2 लाख डॉलर का बॉन्ड भरा।

जेल से बाहर आने के बाद ट्रम्प ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया।’ ट्रम्प पर जॉर्जिया में राष्ट्रपति चुनाव नतीजों को पलटने के लिए धोखाधड़ी, धमकी देने और जालसाजी के आरोप हैं। उनके अलावा इस मामले में 18 और लोगों को आरोपी ठहराया गया है।

पुलिस रिकॉर्ड में ट्रम्प के फिंगरप्रिंट्स
NYT के मुताबिक, ट्रम्प को एक कमरे में ले जाकर उनके फिंगरप्रिंट्स भी लिए गए। ये डॉक्यूमेंट्स कोर्ट और पुलिस रिकॉर्ड्स का हिस्सा बनेंगे। ट्रम्प के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने भी सरेंडर किया। 15 अगस्त को एटलांटा की कोर्ट ने चार्जशीट जमा की थी। चार्जशीट में शामिल 41 में से 13 चार्ज में ट्रम्प का नाम शामिल है।

ट्रम्प पर 5 महीने में 4 क्रिमिनल केस दर्ज
कोर्ट ने ट्रम्प को 25 अगस्त तक सरेंडर करने का समय दिया था। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर 5 महीने में चार क्रिमिनल केस दर्ज हुए हैं। उनके साथ न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर रुडॉल्फ गिउलियानी के ऊपर भी केस दर्ज किया गया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, चार्जशीट में कहा गया है कि ट्रम्प और उनके साथियों ने जानबूझकर चुनाव के नतीजों को अपने पक्ष में करवाने की कोशिश की।

BBC के मुताबिक, सभी आरोपियों को एक आपराधिक संगठन बताया गया है और उन पर झूठे बयान देने, जालसाजी, गवाहों को प्रभावित करने, राज्य को धोखा देने की साजिश करने, चोरी और झूठी गवाही के चार्ज लगाए गए हैं। इनमें से सबसे गंभीर चार्ज रैकेटियर और करप्शन ऑर्गेनाइजेशन एक्ट के उल्लंघन का है, जिसमें ट्रम्प को 20 साल जेल की सजा भी हो सकती है।

क्या है जॉर्जिया क्रिमिनल केस
2020 में राष्ट्रपति चुनाव के बाद ट्रम्प पर नतीजों को पलटने की कोशिश करने के आरोप लगे थे। BBC के मुताबिक, 2 जनवरी 2021 को ट्रम्प और जॉर्जिया के इलेक्शन ऑफिसर ब्रैड रैफेंसपर्गर के बीच कॉल पर करीब एक घंटे बात हुई। व्हाइट हाउस के ऑफिस से यह कॉल 3 जनवरी दोपहर 2:41 पर की गई थी।

ट्रम्प ने रैफेंसपर्गर से फोन पर कहा कि उन्हें वोटों की दोबारा गिनती करनी चाहिए, ताकि राज्य के 16 इलेक्टोरल वोट उनके हिस्से में आएं। कॉल रिकॉर्डिंग वॉशिंगटन पोस्ट ने सबसे पहले पब्लिश की थी। इसके मुताबिक, ट्रम्प ने कहा था कि मैं सिर्फ 11,780 वोट चाहता हूं। यह जीत के अंतर से एक वोट ज्यादा है। इस दौरान ट्रम्प ने रैफेंसपर्गर को बात नहीं मानने पर क्रिमिनल केस की धमकी भी दी थी।

पिछले साल एक स्पेशल ग्रैंड ज्यूरी ने कई महीनों तक इस मामले में 75 गवाहों के बयान दर्ज किए थे। ट्रम्प 2024 में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हो सकते हैं। लगातार दर्ज हो रहे क्रिमिनल केस के बावजूद भी उनकी पॉपुलैरिटी कम नहीं हुई है।

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