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PM ने किया खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास… बोले-यूपी में पहले अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, अब योगी जी की सरकार अपराधियों से जेल-जेल खेलती है…

इंपेक्ट डेस्क.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मेरठ को 700 करोड़ की लागत से बनने वाले खेल विश्वविद्यालय की सौगात दी। पीएम क्रांति के साथ-साथ खेलों को जोड़कर मेरठ और आसपास के जिलों को बड़ा संदेश देना चाहते हैं। पीएम ने यहां औघड़दानी की आराधना करने के बाद शहीदों को नमन किया। इसके बाद वह सलावा के लिए रवाना हुए। यहां पीएम ने खेल विश्वविद्यालय की नींव रखने से पहले खिलाड़ियों से संवाद किया।

पीएम मोदी ने कहा कि पहले बेटियां घर से निकलने में डरती थी। आज मेरठ की बेटियां खेल में अपना परचम लहरा रही हैं, नाम रोशन कर रही हैं। कहा कि 21वीं सदी के भारत में सबसे बड़ा दायित्व युवाओं के पास ही है।

इक्कसवी सदी का मंत्र है कि युवाजनों जेन गत तेन पंथ
अपने खेल में लगी रहती थीं पिछली सरकारें
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की पहले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए बहुत बधाई देता हूं। 700 करोड़ की लागत से बनने वाली यह यूनिवर्सिटी ऐसी पहली यूनिवर्सिटी होगी जहां खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। यहां से हर साल एक हजार से ज्यादा बेटे बेटियां बेहतरीन खिलाड़ी बनकर निकलेंगे। यानी अब क्रांतिवीरों की नगरी खेलवीरों की नगरी के रूप में खुद को सशक्त करेगी। कहा कि पिछली सरकारों में अपराधी अपना खेल खेलते थे माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले माफिया अपना टूर्नामेंट खेलते थे। बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। उनके खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़ने पर मजबूर हो गए थे।  अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल जेल खेल रही है।
 
कहा कि बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। हमारे मेरठ और आसपास वाले तो कभी भूल नहीं सकते कि लोगों के घर जला दिए जाते थे। और पहले की सरकार अपने केल में लगी रहती थी। पहले की सरकारों के खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे। यूपी में पहले क्या-क्या खेल होते थे, अब योगीजी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है।

सीएम योगी के संबोधन के बाद पीएम मोदी ने खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि महाभारत काल से लेकर जैन तीर्थंकरों से लेकर पंच पांडवों से लेकर देश की आस्था को उर्जावान किया है। कहा कि बाबा औघड़नाथ मंदिर से जो आजादी की ललकार उठी और दिल्ली कूच किया। आज उन्हीं की याद में आजादी का अमृत मोहत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले मुझे औघड़नाथ मंदिर जाने का अवसर मिला। शहीद स्मारक के स्वतंत्रता संग्राम संग्रालय में उस अनुभूति को महसूस किया। राष्ट्र रक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान राष्ट्रभक्ति की लौ को सदा प्रज्जवलित किया है।

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