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ओपीडी में रोज पहुंच रहे 200 से ज्यादा मरीज

भोपाल।

ठंड में रक्त वाहनियां सिकुड़ रहीं हैं। साथ ही कम पानी पीना लोगों की समस्या बढ़ा रहा है। रात में नींद के दौरान कई बार ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ब्लड क्लॉटिंग होने के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज, बीपी या अन्य बीमारियों के हाई रिस्क मरीजों को डिहाइड्रेशन के कारण हार्ट से संबंधित खतरा सबसे ज्यादा रहता है। अस्पतालों में रात में 1 से सुबह 5 बजे के बीच हार्ट अटैक के सर्वाधिक मामले आ रहे हैं।

हमीदिया अस्पताल से लेकर जेपी अस्पताल व शहर के अन्य अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ठंड में रक्त वहनियां पहले से सिकुड़ जाती हैं, ऊपर से पानी कम पीना, किसी प्रकार की शारीरिक गतिविधि नहीं होने जैसी स्थिति भी लोगों में बीपी बढ़ने का कारण बन रही है। इसके साथ ही डायबिटीज, थायराइड से लेकर अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज, ऐसे मरीज जिनका बेड कोलेस्ट्रॉल, ट्राई ग्लिसराइड बढ़ा रहता है उन्हें भी सेहत व डाइट को लेकर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।

लक्षण पहचानें
विशेषज्ञों का कहना है कि हृदय की धड़कन तेज होने, अचानक बीपी बढ़ने या कम होने, जबड़े में दर्द, बांये हाथ या सीने में बायीं ओर कमर में अचानक तेज दर्द उठने जैसे लक्षणों को नजरंदाज न करें। इसके साथ ही व्यक्ति को घबराहट, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण होते हैं तो अविलंब जांच कराएं। विशेषज्ञों के अनुसार लोगों को ज्यादा सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

सर्द रात में सावधानी बरतेंं लोग
रात में 1 से 4 बजे के बीच हार्ट अटैक के मामले बड़ी संख्या में आ रहे हैं। इसे देखते हुए बुजुर्गों, हाई रिस्क मरीजों को अपनी दवाइयां समय पर लेने के साथ ही ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।  
    –डॉ.आरएस मीना, कॉर्डियोलॉजिस्ट

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