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बारिश के फुहारों के बीच 231 बटालियन केन्‍द्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रांगण में मनाया गया अंतराष्‍ट्रीय योग दिवस…

इम्पैक्ट डेस्क.

“समत्वम योग उच्यते “Evenness of mind is known as yoga ( मन का समभाव ही योग कहलाता है)
231 बटालियन केन्‍द्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रांगण में 8वें अंतराष्‍ट्रीय योग दिवस के मौके पर श्री सुरेन्‍द्र सिंह कमाण्‍डेंट 231 बटालियन, श्री मुनीश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी, श्री मृत्‍युंजय कुमार, उप कमाण्‍डेंट, श्री विजय किशोर रेड्डी, मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी, श्री अर्जुन लाल, सहायक कमाण्‍डेंट, अधीनस्‍थ अधिकारियों व सभी जवानों ने योगाभ्यास में भाग लिया ।
Yoga for humanity (मानवता के लिए योग)के थीम लिए अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग मुद्राओं में सूर्य नमस्‍कार, पदमासन, गोमुखासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन, धनुशासन, भुजंग आसन, तड़ासन तथा आयुश मंत्रालय के योग प्रोटोकाल के अनुसार व कोविड़-19 के नियमों का पालन करते हुए योगाभ्यास किया गया । आज सुबह से हो रही बारिश के बावजूद सभी जवानों ने आज योग दिवस पर पूरे हर्ष के साथ मनाया . योग समाप्ति के उपरान्‍त श्री सुरेन्‍द्र सिंह कमाण्‍डेंट 231 बटालियन ने अंतराष्‍ट्रीय योग दिवस के महत्‍व को रेखांकित करते हुए कहा कि अंतराष्‍ट्रीय योग दिवस 21 जून को देश-दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्‍बा दिन होता है, प्रथम बार योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी ने 27 सितम्‍बर 2014 को संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी । योग एक प्रवृत्ति है, जो वर्षों से फल-फूल रही है, इतना ही नहीं यह शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य दोनों को बनाए रखने में एक पथ प्रदर्शक बन गया है। योग की प्रत्‍येक गतिविधि लचीलेपन, शक्ति, संतुलन में सुधार और सद्भाव प्राप्‍त करने की कुंजी है। योग की महिमा और महत्‍व को जानकर इसे स्‍वस्‍थ्‍य जीवनशैली हेतु बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है, जिसका प्रमुख कारण है व्‍यस्‍त, तनावपूर्ण और अस्‍वस्‍थ दिनचर्या मे इसके सकारात्‍मक प्रभाव है।
श्री सुरेंद्र सिंह कमाण्‍डेंट 231 बटालियन ने कहा, “योग भारत की सदियों पुरानी ऐसी परंपरा है जिसके जबरदस्‍त स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी लाभ हैं। यह जरूरी है कि हमारे जवान इसे ड्यूटी के अतिरिक्‍त अपने दैनिक जीवन का हिस्‍सा बना लें जिससे वे स्‍वस्‍थ और ऊर्जावान जीवन जी सकें। अंत में समस्‍त अधिकारियों, अधीनस्‍थ अधिकारियों व जवानों ने स्‍वयं के मन को हमेशा संतुलित रखने, आत्‍मविश्‍वास में वृद्धि, परिवार, समाज,विश्‍व की एकता, स्‍वास्‍थ्‍य और शांतता के वृद्धि के लिए योग को सदैव अपनाए रखने का संकल्‍प लिया।


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