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इंडियन आर्मी ने बदली अग्निवीर भर्ती की चयन प्रक्रिया… इसी माह शुरू होंगे नई वैकेंसी के रजिस्ट्रेशन…

इम्पैक्ट डेस्क.

इंडियन आर्मी ने अग्निपथ योजना के तहत हो रही अग्निवीर भर्ती की चयन प्रक्रिया में बदलाव करने का फैसला लिया है। बदलाव के तहत अब सेना में अग्निवीर बनना चाह रहे युवाओं को पहले ऑनलाइन लिखित परीक्षा (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) देनी होगी और उसके बाद फिजिकल व मेडिकल टेस्ट होगा। जबकि अभी तक पहले फिजिकल टेस्ट और उसमें सफल अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। आर्मी ने यह फैसला अग्निवीर भर्ती रैली में उमड़ी युवाओं की भारी भीड़ को देखते हुए लिया है। सूत्रों के मुताबिक नई आर्मी अग्निवीर भर्ती रैली के लिए करीब 15 फरवरी के आसपास से रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे। अप्रैल 2023 में 200 जगहों पर पहली ऑनलाइन लिखित परीक्षा होगी। 

नई भर्ती प्रक्रिया के चरण
पहला चरण – ऑनलाइन कॉमन लिखित परीक्षा
दूसरा चरण – फिजिकल टेस्ट व मेडिकल टेस्ट। लिखत परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को ही इसमें बुलाया जाएगा।
तीसरा चरण – मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। 
चौथा चरण –  आर्म्स एंड सर्विस का आवंटन होगा।
पांचवां चरण – डॉक्यूमेंटेशन होंगा। 
छठा चरण – ट्रेनिंग सेंटर पर रिपोर्टिंग।
आर्मी का कहना है कि इस बदलाव से रैली में अभ्यर्थियों की तादाद कम होगी और वहां की व्यवस्था बेहतर ढंग से हो सकेगी।

गौरतलब है कि पिछले कुछ माह में देश भर में अग्निवीर भर्ती रैलियों के जरिए सेना में अग्निवीर जनरल ड्यूडी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर क्लर्क, स्टोर कीपर टेक्निकल, अग्निवीर ट्रेड्समैन (8वीं 10वीं पास) की भर्ती की गई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक आर्मी की ओर से शुक्रवार को जारी एक विज्ञापन में जवानों के चयन के लिए तीन चरणों की नई चयन प्रक्रिया की जानकारी दी गई है। अभी तक आर्मी में 19000 अग्निवीरों की ज्वॉइनिंग हो चुकी है। मार्च के पहले सप्ताह तक 21000 और ज्वॉइन करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक चयन प्रक्रिया के नए नियम वर्ष 2023-2024 में आने वाली नई भर्तियों में अमल में लाए जाएंगे। 

आर्मी अफसर ने बताया कि भर्ती की चयन प्रक्रिया में बदलाव रैलियों में आने वाले हजारों उम्मीदवारों की भीड़ से निपटने के लिए किया गया है। रैलियों की व्यवस्था में आ रही भारी प्रशासनिक लागत और रसद इंतजाम को देखते हुए ऐसा किया गया है। अधिकारी ने कहा कि हजारों अभ्यर्थियों के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात करना पड़ता है। मेडिकल स्टाफ भी लगाना पड़ता है। नई चयन प्रक्रिया से भर्ती रैलियों पर आ रहे खर्च में कमी आएगी। प्रशासनिक बोझ कम होगा । साजो सामान भी कम लगाना पड़ेगा। 

एक अन्य ऑफिसर ने कहा कि आर्मी में मॉर्डनाइजेशन व टेक्नोलॉजी पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में ऐकेडमिक तौर पर बेहतर जवानों की जरूरत है। लिखित परीक्षा पहले होने से बेहतर क्वालिफाइड अभ्यर्थी मिलेंगे। कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पास करने वालों को फिर फिजिकल व मेडिकल टेस्ट पास करना होगा। 

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