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2 लाख में बिकी इंसानियत : मासूम को मां से अलग कर दूसरी गोद में डाला…

इम्पैक्ट डेस्क.

मासूम बच्चे के अपहरण की कहानी दो राज्यों से जुड़ी हुई है। यहां एक शख्स ने बच्चे को महाराष्ट्र से अगवा किया और झारखंड में चंद रुपयों की खातिर एक निःसंतान महिला को पहुंचा दिया। 15 दिनों से ज्यादा समय की मशक्कत के बाद पुलिस ने मासूम को अपनी मां से मिलवा दिया। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है।

समझें पूरी कहानी
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 14 अप्रैल को 6 माह के अरबाज अंसारी को मां शाहाना अपनी रिश्तेदार के घर छोड़कर बाजार गईं थीं। उस दौरान अरबाज घुटनों के बल चलता हुआ घर से बाहर आ गया और कुछ देर बाद ही गायब हो गया। अब जब खोजने पर भी वह नहीं मिला, तो मामला पुलिस तक पहुंचा। नरोली पुलिस स्टेशन में अपहरण का केस दर्ज कराया गया।

जांच में जुटी पुलिस का शक अफरोज शेख तक गया। पूछताछ के बाद शेख को हिरासत में लिया गया। उसने बताया कि परिचित शंभू साहू के कहने पर बच्चे को उठाया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शंभू ने स्वीकारा है कि उसने झारखंड में रहने वाली मंजूदेवी को 2 लाख रुपये में बच्चा बेचा है। इसके बाद पुलिस का एक दल नक्सल प्रभावित जीतकुंडी गांव पहुंचा और बच्चे को बचाया गया।

मंजूदेवी को गिरफ्तार किया गया और भिवंडी लाया गया। कहा जा रहा है कि महिला की शादी 15 साल पहले हुई थी, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं थी। इस दौरान वह गांव के शंभू के संपर्क में आई। शंभू भिवंडी में काम करता था। अरबाज ने बच्चे का अपहरण करने के बाद उसे शंभू को सौंप दिया था। बाद में महिला उसे लेकर झारखंड आ गई।

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