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एक देश एक चुनाव की दिशा में बड़े फैसले की कवायद… पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में कमेटी! विशेष सत्र में बिल की तैयारी…

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इम्पेक्ट न्यूज। डेस्क।

एक देश एक चुनाव की दिशा में सरकार तेजी से कदम बढ़ाती दिख रही है। माना जा रहा है कि आगामी 18 से 22 सितंबर के संसद के विशेष सत्र में इस पर बिल पेश किया जा सकता है। एक देश एक चुनाव के लिए केंद्र सरकार ने कमेटी बना दी है। एजेंसी के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। आज इसका नोटिफिकेशन जारी हो सकता है।

केंद्र की बनाई कमेटी एक देश एक चुनाव के कानूनी पहलुओं पर गौर करेगी। साथ ही इसके लिए आम लोगों से भी राय लेगी।

माना जा रहा है कि आगामी नवंबर—दिसंबर में पांच राज्यों के चुनाव हैं। इसके चार माह बाद आम चुनाव को देखते हुए संभवत: यह कदम उठाया जा रहा हो।

इधर, कांग्रेस ने सरकार के फैसले का विरोध किया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आखिर एक देश एक चुनाव की सरकार को अचानक जरूरत क्यों पड़ गई।

सत्र में पांच बैठकें होंगी, पुराने संसद भवन में शुरू होकर नए में खत्म हो सकता है
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया, 18 से 22 सितंबर तक दोनों सदनों का विशेष सत्र रहेगा। यह 17वीं लोकसभा का 13वां और राज्यसभा का 261वां सत्र होगा। इसमें 5 बैठकें होंगी। जोशी ने यह भी कहा कि सत्र बुलाने के पीछे कोई एजेंडा नहीं है। उन्होंने जानकारी के साथ पुराने संसद भवन की फोटो शेयर की है। माना जा रहा है कि सत्र पुराने संसद भवन से शुरू और नए में खत्म होगा।

एक साल में संसद के तीन सत्र होते हैं। बजट, मानसून और शीत सत्र। मानसून सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त तक चला था। विशेष सत्र बुलाने की घोषणा मानसून सत्र के 3 हफ्ते बाद हुई है। विशेष सत्र मानसून सत्र के 37 दिन बाद होगा। जबकि शीतकालीन सत्र नवंबर के आखिरी हफ्ते में शुरू होना प्रस्तावित है।

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