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CG : 6 माह की गर्भवती की मौत… पति सरकारी अस्पताल ले गया तो डॉक्टर बोला- अस्पताल में सुविधा नहीं क्लीनिक लाओ?… ये है मामला…

इम्पैक्ट डेस्क.

कोरबा में छह माह की गर्भवती महिला की इलाज नहीं मिलने के कारण मौत हो गई। महिला को सांस लेने में तकलीफ होने पर पति सरकारी अस्पताल लेकर गया था। वहां डॉक्टर ने सुविधा नहीं होने की बात कहकर अपने क्लीनिक पर बुला लिया। आरोप है कि वहां डॉक्टर देर से पहुंचा, तब तक महिला की तबीयत और बिगड़ गई। इसके बाद उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं महिला के पिता ने इस पूरी कहानी पर ही संदेह जताया है।

क्लीनिक में काफी देर डॉक्टर का इंतजार करते रहे
जानकारी के मुताबिक, दीपका थाना क्षेत्र की बस्ती में किराये से रहने वाले पुष्पेंद्र कश्यप की पत्नी उमा छह माह की गर्भवती थी। पुष्पेंद्र ने पुलिस को बताया कि उमा को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इस पर उसे लेकर दीपका के सरकारी अस्पताल डॉक्टर को दिखाने के लिए ले गया था। वहां डॉक्टर ने सुविधा नहीं होने की बात कहते हुए उमा को उसके क्लीनिक बुलाया। जब वह सरकारी डॉक्टर के क्लीनिक पहुंचा तो वह नहीं था। इस पर काफी देर इंतजार करते रहे। 

डॉक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप
पुष्पेंद्र का आरोप है कि इस दौरान उमा की तबीयत और भी बिगड़ चुकी थी। डॉक्टर जब क्लीनिक पर पहुंचा तो उसने चेक करने की जगह हालत देख मना कर दिया। साथ ही उमा को जिला अस्पताल ले जाने के लिए कहा। जब उमा को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने वहां उसे मृत घोषित कर दिया। पुष्पेंद्र ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते उसकी पत्नी उमा की जान गई है। इसको लेकर उसने डॉक्टर के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है। 

परिजनों को कहानी पर संदेह
गोबरघोरा निवासी उमा ने इी इलाके में रहने वाले पुष्पेंद्र कश्यप से 22 फरवरी को लव मैरिज की थी। इसके बाद दोनों दीपका की ही बस्ती में किराये से मकान लेकर रहने लगे। पुष्पेंद्र एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। घटना की जानकारी होने पर उमा के पिता गुलाब कशेर कोरबा पहुंचे। उन्होंने पुष्पेंद्र की कहानी पर संदेह जताया है। बताया जा रहा है कि बेटी के लव मैरिज करने लेने के बाद से दोनों परिवारों के बीच संबंध ठीक नहीं थे। उन्होंने भी बेटी की मौत को लेकर जांच की मांग की है। 

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