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अमेरिका आया रूस के बयान के बाद बैकफुट पर, राजदूत गार्सेटी ने पन्नू मामले में भारत की जवाबदेही पर जताई संतुष्टि

वॉशिंगटन.

अमेरिका के भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है कि बाइडन प्रशासन, गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में भारत की जवाबदेही से संतुष्ट है। एरिक गार्सेटी का यह बयान ऐसे वक्त सामने आया है, जब हाल ही में रूस के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाए कि अमेरिका बिना किसी विश्वसनीय सबूत के भारत पर आरोप लगा रहे हैं।

रूस ने ये भी कहा कि अमेरिका एक राज्य के रूप में भारत का अनादर कर रहा है। रूस के बयान के बाद ही अमेरिका के राजदूत का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने भारत की जांच से संतुष्ट होने की बात कही। अमेरिका में थिंक टैंक 'काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस' द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए एरिक गार्सेटी ने कहा कि 'जब मैं रिश्तों में उतार-चढ़ाव की बात करता हूं तो ये हमारे रिश्तों की पहली बड़ी लड़ाई है। मुझे कहना पड़ेगा कि अभी तक हमने जो मांग की थी, उसमें भारत की जवाबदेही से बाइडन सरकार संतुष्ट है।' हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिकी धरती पर किसी अमेरिकी नागरिक को मारने की कोशिश यूएस के लिए रेड लाइन है।'

अमेरिकी विदेश विभाग ने टिप्पणी से किया इनकार
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले की जांच के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी जांच चल रही है और जब तक आरोप साबित नहीं हो जाते, वे इस पर कुछ नहीं बोलेंगे। मिलर ने कहा कि 'मामले में जो आरोप और तथ्य हैं, वह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं, जब तक वे ज्यूरी के सामने सिद्ध नहीं हो जाते, हम इस पर बात नहीं करेंगे। यह मामला अभी अदालत में है।' गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका ने कहा था कि हम भारत की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन जैसे ही रूस के विदेश विभाग ने पन्नू मामले में अमेरिका पर आरोप लगाए तो ऐसा लग रहा है कि अमेरिका दबाव में आया है और अब वह संभलकर पन्नू मामले में बयानबाजी कर रहा है।

क्या है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। वह अक्सर भारत के खिलाफ आग उगलता रहता है। बीते दिनों अमेरिका ने दावा किया कि पन्नू को अमेरिका में मारने की साजिश रची जा रही थी, जिसका भंडाफोड़ हो गया है। इस मामले में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया। अमेरिका ने दावा किया कि निखिल गुप्ता को भारत सरकार के एक अधिकारी ने पन्नू को मारने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके लिए निखिल गुप्ता अमेरिका में किराए के हत्यारों से पन्नू को मारने की साजिश रच रहा था। हालांकि अमेरिका के दस्तावेजों में भारत सरकार के अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं किया गया। वहीं वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि वह भारतीय अधिकारी भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का एक अधिकारी है। हालांकि भारत के विदेश मंत्रालय ने इन मीडिया रिपोर्ट्स को आधारहीन बताकर खारिज कर दिया था।

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