बाढ़ से चार राज्यों में करीब 200 मारे गए; उत्तराखंड और जम्मू में लैंडस्लाइड, 9 लोगों की मौत
- न्यूज डेस्क. एजेंसी.
बाढ़ प्रभावित गुजरात, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सोमवार को बचाव अभियान तेज कर दिये गये, वहीं कच्छ में एक जलमग्न सड़क से 120 से अधिक लोगों को हवाई मार्ग से निकाला गया। इन चार राज्यों में बाढ़ से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं उत्तराखंड और जम्मू में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गयी। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में सोमवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गयी।
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित राज्यों के कई इलाकों में बारिश कम हो गयी है, जहां 12 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और जलमग्न इलाकों से जलस्तर घटना शुरू हो गया है। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार मानसूनी बारिश के प्रकोप के चलते केरल में सोमवार को मृतक संख्या बढ़कर 83 हो गयी जबकि कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में अब तक 116 लोगों की मौत हुई है। गुजरात के कच्छ जिले में बाढ़ में सड़क बह जाने के कारण वहां फंसे करीब 125 लोगों को वायुसेना ने निकाला जबकि कर्नाटक और महाराष्ट्र में भारी बारिश एवं भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है।
भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहे पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के चमोली जिले में तीन अलग-अलग गांवों में एक महिला और नौ महीने की उसकी बेटी समेत छह लोग भूस्खलन की चपेट में आकर जिंदा दफन हो गये। चुफलागड नदी में आयी बाढ़ के तेज बहाव में इसके तट पर बनी दो इमारतें बह गयीं। देहरादून में राज्य आपदा अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के घाट इलाके में बंजबगड, अलीगांव और लांखी गांव में तीन घरों पर भूस्खलन का मलबा गिर जाने से वहां रहने वाले लोग फंस गये। केंद्र ने बताया कि छह लोगों की दम घुटने से मौत हो गयी। जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में भूस्खलन के दौरान एक बड़े पत्थर के नीचे गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी। घटना जिले के महोर क्षेत्र के लार गांव में रविवार शाम को घटी, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं।