Madhya Pradesh

भोपाल में आज फिर दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए, ब्रेन डेड महेश नामदेव जी का लिवर बंसल हॉस्पिटल में लाया गया

भोपाल
भोपाल में आज फिर दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। सिद्धांता रेडक्रास हॉस्पिटल में भर्ती ब्रेन डेड पेशेंट महेश नामदेव जी का लिवर बंसल हॉस्पिटल में भर्ती मरीज को और किडनी चिरायु व सिद्धांता रेडक्रास हॉस्पिटल में भर्ती मरीज को ट्रांसप्लांट के लिए ले जाई गई। इसके लिए भोपाल में सिद्धांता रेडक्रास हॉस्पिटल से बंसल हॉस्पिटल और चिरायु हॉस्पिटल के लिए दो अलग-अलग ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए हैं

महेश नामदेव जी का लिवर बंसल हॉस्पिटल में भर्ती करोंद निवासी 49 वर्षीय मरीज को ट्रांसप्लांट किया जाएगा। मरीज को डॉक्टर ने एक साल पहले लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी की सलाह दी थी। लेकिन, ऑर्गन डोनर नहीं मिलने के कारण सर्जरी नहीं हो पा रही थी। बंसल हॉस्पिटल में मरीज की सर्जरी लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. गुरसागर सिंह सहोता द्वारा की गई।

हार्ट अटैक से ठीक हुए ब्रेन हेम्ब्रेज से ब्रेन डेड हुए महेश जी हेम्ब्रेज के ट्रीटमेंट के लिए आए थे। इलाज के दौरान ब्रेन में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण वह कोमा में चले गए थे। मंगलवार को वह ब्रेन डेड हो गए। मरीज के परिजनों ने पेशेंट की मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद लिवर, किडनी डोनेट करने की मंशा जाहिर की थी। इसके बाद मेडिकल एक्सपर्ट की कमेटी ने पेशेंट महेश नामदेव जी को ब्रेन डेड घोषित किया। साथ ही स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (SOTTO) को पेशेंट की रिपोर्ट भेजी गई। SOTTO ने मरीज का लिवर बंसल हॉस्पिटल में भर्ती मरीज को, एक किडनी चिरायु हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज और एक किडनी सिद्धांता रेडक्रास हॉस्पिटल में भर्ती मरीज को ट्रांसप्लांट करने की मंजूरी दी।