Madhya Pradesh

मॉनसून की तेज हुई रफ्तार, प्रदेश में बारिश दिलाएगी लू से राहत

भोपाल

मध्यप्रदेश में प्री मानसून के चलते शुक्रवार सुबह भोपाल में 4.8 इंच तो सीहोर में दो घंटे में ही 4 इंच से ज्यादा बारिश हुई। यहां सीवन नदी में पानी का बहाव तेज हो गया। गुरुवार तक ये नदी सूखी थी।

मौसम विभाग के मुताबिक, मध्यप्रदेश में मानसून अब दाे से तीन दिन में एंटर हो सकता है। गुरुवार को यह छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पहुंचा। अभी प्री मानसून एक्टिविटी जारी है। IMD, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, 'प्रदेश के दक्षिणी हिस्से से मानसून प्रदेश में एंटर होगा। इनमें बालाघाट, बुरहानपुर, पांढुर्णा-बैतूल समेत दक्षिणी जिले शामिल हैं।'

गुरुवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून में एक्टिविटी देखने को मिली। यह 10 जून से एक जगह ठहरा था। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की ब्रांच के एक्टिव नहीं होने से ऐसा हो रहा था। इस कारण मध्यप्रदेश में अब तक मानसून नहीं पहुंचा है, जबकि मानसून के आने की सामान्य तारीख 15 जून है।

आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगले 3-4 दिनों में उत्तरी अरब सागर, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के कुछ और हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।

आईएमडी के अनुसार, अगले पांच दिनों में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना है। अगले दो दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। उसके बाद अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

आईएमडी ने कहा, "अगले 4-5 दिनों में देश के अधिकांश हिस्सों में लू की स्थिति की संभावना नहीं है।" अब तक लगभग पूरे जून में उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही। गर्मी ने रातों को भी लोगों को सताया।

हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी रही। दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों और जम्मू, ओडिशा, झारखंड और बिहार के कुछ इलाकों में लू की स्थिति रही।

आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर में मॉनसून के आगमन की तिथि निर्धारित कर दी है। आपको बता दें कि पंजाब और दिल्ली के कई इलाकों, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तरी राजस्थान के कुछ इलाकों और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 43-45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कई इलाकों और उत्तरी मध्य प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान औसतन सामान्य से 4-7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।