Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश सरकार मानसून सत्र में अपना पूर्ण बजट पेश करेगी, जनता का हित हमारी प्राथमिकता: जगदीश देवड़ा

भोपाल
मध्य प्रदेश सरकार मानसून सत्र में अपना पूर्ण बजट पेश करेगी। बजट में जनता के हितों को विशेष तवज्जो देने की बात कही गई है। बजट के संबंध में उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को मीडिया से विस्तार से बातचीत की। जगदीश देवड़ा ने कहा कि मोहन यादव सरकार का पहला बजट सर्वस्पर्शी होगा। यह आम लोगों के साथ-साथ विशेष हितों को भी प्राथमिकता देगा। इसके अलावा, वित्त मंत्री ने व्यापारियों, निवेशकों, आम ग्राहकों सहित अन्य लोगों के हितों को लेकर भी विस्तारपूर्वक अपनी बात रखी।

उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने प्रेसवार्ता में कहा कि हमारी कोशिश है कि बजट में जनता के हितों को विशेष तवज्जो दी जाए। किसी भी प्रकार का भेदभाव ना हो। इसके अलावा, हमने बजट में पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। पूंजीगत व्यय के साथ हम किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे। यही नहीं, बीते दिनों हमने बजट बनाने से पहले जितने भी लोगों से सुझाव लिए थे, उसे बजट में समाहित किया जाएगा। हम जनता के सुझावों को दरकिनार कर बजट को अंतिम रूप से हमेशा से बचते हुए आए हैं और आगे भी बचेंगे।

उन्होंने कहा कि कमल नाथ ने जब सूबे की कमान अपने हाथों में संभाली थी तो पूर्व की सरकारों द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं को बंद कर दिया था, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे। हम पूर्व की किसी भी योजना को बंद नहीं करेंगे, बल्कि यह मूल्यांकन करेंगे कि उससे वर्तमान में जनता को कितना फायदा पहुंच रहा है। इसके बाद इसे जारी रखने पर विचार-विमर्श करेंगे।

अगर किसी भी योजना में कोई कमी पाई जाती है, तो उसे दुरूस्त किया जाएगा। इसके बाद यह कोशिश रहेगी कि इससे जनता को निरंतर फायदा मिलता रहे। हमारा ऐसा मानना है कि सरकार कोई सी भी हो, योजनाएं हमेशा जनता के हितों के लिए बनाई जाती हैं, लेकिन अब यह देखने का प्रयास करेंगे कि किसी में कोई कमी तो नहीं है। अगर होगा तो उसे दुरूस्त किया जाएगा। इसके अलावा, जो योजनाएं बंद हो चुकी हैं, उन्हें फिर से शुरू करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

कर्ज लेने पर जगदीश देवड़ा ने कहा कि सभी सरकारें कर्ज लेती हैं और उसे समय पर चुकाती हैं। इससे कांग्रेस को तकलीफ नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस बौखला रही है। मुझे लगता है कि कांग्रेस को बौखलाने की जगह अच्छे सुझाव देने चाहिए।