Madhya Pradesh

जल्द होगा केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास, जाने प्रदेश को क्या होगा लाभ

 भोपाल

मध्य प्रदेश और उत्तरप्रदेश की केन-बेतवा परियोजना का शिलान्यास जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनसे शिलान्यास करने तारीख देने का अनुरोध किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रोजेक्ट के शिलान्यास करने की तैयारी पूरी होने की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी। यह परियोजना केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के साथ मध्य प्रदेश और उत्तरप्रदेश सरकार के समन्वय के साथ की जा रही है।

परियोजना की जानकारी
केन-बेतवा परियोजना की लागत 44 हजार 605 करोड़ रुपए है। इसमें केंद्र सरकार 90 प्रतिशत राशि देगी। वहीं, राज्य सरकारें 5-5 प्रतिशत राशि देंगी। इस परियोजना के पूरा होने पर मध्य प्रदेश में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की सुविधा पहुंचाई जा सकेगी। वहीं 41 लाख लोगों को सहज तौर पर पीने का पानी मिल पाएगा। उत्तर प्रदेश के 2 लाख 52 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाईं और पेय जल की सुविधा भी इससे मिल सकेगी। इस परियोजना के पूरा होने पर  103 मेगा वाट जल विद्युत और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा भी उत्पन्न की जा सकेगी।

सीएम ने की पीएम मोदी से मुलाकात, केन-बेतवा परियोजना के भूमिपूजन के लिए किया अनुरोध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने  दिल्ली में उनके निवास 7, लोक कल्याण मार्ग में सौजन्य भेंट कर तीसरे कार्यकाल की बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री को प्रदेश में चल रही दो प्रमुख नदी-जोड़ो परियोजनाओं, केन-बेतवा परियोजना और पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि केन-बेतवा परियोजना भूमिपूजन के लिए तैयार है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से केन-बेतवा परियोजना के भूमिपूजन के लिए समय प्रदान करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सौजन्य भेंट की। डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में प्रदेश के सर्वांगीण विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में मार्गदर्शन प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गठित नई केंद्र सरकार पूर्व की भांति मध्यप्रदेश के विकास और उन्नति के लिए सहयोग देती रहेगी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रदेश में चल रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जल-गंगा अभियान से प्रदेश के कुएं, बावड़ियां, नदियां, तालाब, पोखर, झील इत्यादि जल संरचनाओं पर ध्यान केंद्रित कर जनजागृति का वृहद स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश की जनता का इस अभियान के प्रति उत्साह देखकर इस अभियान की समय-सीमा को 30 जून तक बढ़ाया गया है।

मुख्यमंत्रीने प्रधानमंत्री को प्रदेश में चल रहे सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के नेतृत्व में डिंडोरी जिले में विश्व सिकल सेल दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य सरकार "रक्त विकार" की इस गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही जनजागरूकता से मरीजों के सदैव सहयोग के लिये भी दृढ़ संकल्पित है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से उनके आवास पर सौजन्य भेंट की।  

बुधवार को मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय आवास, शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री बुधवार दोपहर में मणिरामदास छावनी वासुदेव घाट अयोध्या पहुंच कर गुरुदेव नृत्य गोपालदास जी महाराज के 86वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होकर उनका आशीर्वाद लेंगे। मुख्यमंत्री अयोध्या से वापस दिल्ली पहुंचेंगे।  

इन जिलों को सीधे होगा लाभ
केन-बेतवा परियोजना से मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, विदिशा, सागर, शिवपुरी, दतिया और रायसेनजिले को परियोजना का सीधा लाभ मिलेगा। वहीं, उत्तर प्रदेश के महोबा, बांदा, झांसी और ललितपुर जिलो को फायदा होगा। इस परियोजना के पूरे होने से सिंचाई और पेयजल की सुविधा के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेगे। इससे इलाके में पलायन की समस्या पर रोक लगेगी।

क्या है केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना
केंद्र सरकार ने नदियों को जोड़ने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर योजना बनाई थी। इसमें केन-बेतवा लिंक परियोजना प्लान का पहला प्रोजेक्ट है। 2005 में नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर मध्य प्रदेश और उत्तरप्रदेश सरकार के बीच अनुबंध हुआ था।  इसमें हर साल नवंबर से अप्रैल महीने के बीच में उत्तर प्रदेश को 750 एमसीएम और मध्य प्रदेश को 1834 एमसीएम पानी मिलेगा। केन नदी का पानी बेतवा नदी में छोड़ा किया जाएगा। दोनों नदियों को जोड़ने के लिए 221 किलोमीटर लंबी केन-बेतवा लिंक नहर बनाई जाएगी। 18 साल बाद अब यह योजना कागजों से जमीन पर उतरने जा रही है। केंद्र सरकार ने 2023-24 के बजट में मध्यप्रदेश के लिए केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए 3500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।