जिम्मेदारी… गांव में नही है नेटवर्क तो मंदिर में आकर बच्चो को दे रहे ऑनलाइन शिक्षा…
इम्पेक्ट न्यूज़. सुकमा
कोरोनाकाल में पिछले कई महीनों से स्कूले बंद है। ऐसे में शिक्षा से वंचित बच्चो को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। जिसमे भी कई ऐसे शिक्षक है जो सिर्फ औपचारिकता निभा रहे है कई जगहों से ऐसी खबरे आती रहती है लेकिन कुछ ऐसे भी शिक्षक है जो जिम्मेदारी के साथ बच्चों को पढ़ा रहे है।
जिला मुख्यालय से 8 किमी दूर स्थिति रामाराम जहाँ नेटवर्क की समस्या है। गांव में जिओ का हल्का नेटवर्क है जिससे बात ही हो पाती है लेकिन नेट नही चलता है। ऐसे में वहां हाईस्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई ठप्प है। साथ ही कई बच्चों के पास फोन तक नही है। ऐसे में शिक्षक लखनलाल जुरी बच्चो के साथ रामाराम गांव से 3 किमी दूर स्थिति माता रामारामिन मंदिर के प्रांगण में बच्चो को लाकर ऑनलाइन पढ़ाने का काम कर रहे है। क्योंकि रामाराम में नेटवर्क ठीक है। जिसके चलते बच्चो को पढ़ाने में सुविधा हो रही है।
शिक्षक लखनलाल जूरी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से यहां बच्चो को लाकर बढ़ाया जा रहा है। क्योंकि गाँव मे नेटवर्क नही होने के कारण बच्चे को मंदिर के प्रांगण में पढ़ाया जा रहा है।