तर्रेम—सिलगेर में मुठभेड़… पखवाड़े भर से हिड़मा समेत बड़े कमांडर की मौजूदगी की सूचना पर निकली टीम पर राकेट से हमला… कई जवान शहीद… माओवादियों के मारे जाने की सूचना…
बीजापुर/रायपुर।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले के सरहद में आज माओवादी मोर्चे पर सर्चिंग में निकली फोर्स और माओवादियों के बीच में एक बड़ी मुठभेड़ हुई है। इसमें अब तक 5 जवानों के शहीद व 30 से ज्यादा घायल होने की खबर है। अपुष्ट सूचना के मुताबिक यह आंकड़ा और भी बढने का अंदेशा है।
घटना स्थल बीजापुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शनिवार सुबह से ही शुरू हुई। जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के सिलगेर और पुर्णिया के बीच के इलाके में मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर है।
यह पूरा इलाका अतिसंवेदनशील है। बताया जा रहा है कि यहां बीते एक पखवाड़े से माओवादियों के बड़े कमांडर हिड़मा व पापाराव के होने की सूचना पर फोर्स आपरेशन के लिए निकली थी। होली के दौरान हाल ही में द्रोण ने एक तस्वीर ली थी जिसमें सिलगेर के करीब सड़क को बड़ी संख्या में माओवादी खोदते दिखाई दे रहे थे।
इस तस्वीर में बहुत से हथियारबंद माओवादियों के होने की पुष्टि के बाद यह गोपनीय आपरेशन संचालित किया जा रहा था।
इस आपरेशन में एक बटालियन को दो तरफ से शामिल किया गया था। जिसमें डीआरजी और सीआपीएफ के कोबरा के जवान शामिल थे।
इसी बीच घायल जवानों के रेस्क्यू के लिए दो एमआई 17 हेलिकॉप्टर बीजापुर भेजने की सूचना है। बताया जा रहा है कि मौके पर 200 से ज्यादा नक्सली हैं और लगातार फायरिंग हो रही हैं।
न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक डीजीपी डीएम अवस्थी ने जानकारी दी कि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए हैं। वहीं कई अन्य गंभीर तौर पर घायल हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की आशंका है लेकिन फिलहाल उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की है।
बीजापुर के एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि बड़ा एनाउंटर चल रहा है. घटना की जानकारी जुटाई जा रही है। बस्तर रेंज के आईजी सुंदराज पी ने भी मुठभेड़ की पुष्टि की है।
पुलिस के आला अधिकारियों की आपात बैठक भी पुलिस मुख्यालय में हुई है। विस्तृत खबर की प्रतीक्षा है।
अपडेट : देर शाम अधिकृत बयान में 5 जवान शहीद होने और 12 के घायल होने की पुष्टि
डीआईजी नक्सल आपरेशन ओपी पाल ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि डीआरजी, एसटीएफ, सीआरपीएफ एवं कोबरा का ज्वाइंट आपरेशन चलाया गया। इसमें बीजापुर के तर्रेम से 760, उसूर से 200, पामेड़ से 195, सुकमा जिले के मिनपा से 483 और नरसापुरम से 420 करीब दो हजार जवान इस आपरेशन में शामिल थे।
यह अब तक का सबसे बड़ा माओवादी आपरेशन माना जा सकता है। इसमें आज दोपहर 12 बजे सुकमा—बीजापुर की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के जोनागुड़ा के समीप माओवादियों की पीएलजीए बटालियन के साथ तर्रेम में तैनात सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ प्रारंभ हुई। तीन घंटे तक चली मुठभेड़ में कोबरा के एक बस्तर बटालियन के दो, डीआरजी के दो कुल 5 जवानों के शहीद होने की पुष्टि पुलिस विभाग ने की है। साथ ही 12 जवानों के घायल होने की बात कही गई है। मुठभेड़ स्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद होने की पुष्टि की गई है।