दंतेवाड़ा जिला प्रशासन की अनूठी पहल : संवाद-पहल-प्रेरणा के पहले गेस्ट बने धनराज डेगल…
इम्पेक्ट न्यूज. दंतेवाड़ा।
जिला प्रशासन या यूं कहें कि नवपदस्थ कलेक्टर दीपक सोनी ने जिले के प्रतिभावानों की सहभागिता प्रशाशनिक गतिविधियों में बढ़ाने के उद्देश्य से “संवाद – पहल – प्रेरणा” की शुरुआत की है। अभिनव पहल के पहले मेहमान बनने का सौभाग्य वकालत की पढ़ाई कर रहे युवा धनराज डेगल को प्राप्त हुआ।
छोटे तुमनार निवासी धनराज डेगल ने आज पृरे दिन जिले के कलेक्टर दीपक सोनी (IAS) के साथ बिताई। साथ लंच भी किया। कई जिला स्तरीय विभागों में पहुँच वहाँ के काम काज को समझने का प्रयास किया। इतना ही नही बल्कि कलेक्टर के साथ बैठकर प्रेस वार्ता में अपना अनुभव साझा किया।
मात्र 22 वर्ष की उम्र में अंग्रेजी भाषा में दो पुस्तकें लिख चुके डेगल कलिंगा यूनिवर्सिटी रायपुर से वकालत की पढ़ाई कर रहे हैं।
कलेक्टर को बताया एक सरल इंसान
प्रशासनिक अमले के बीच दिन भर समय गुजारने के बाद अनुभव साझा करते धनराज ने बताया कि मंगलवार की शाम जब उनको फोन आया कि बुधवार का पूरा दिन आपको जिला कलेक्टर के साथ बिताना है तो उन्हें बहुत ही घबराहट हुई, मगर आज का दिन यादगार बन गया है।
श्री डेगल ने कहा ‘कलेक्टर दीपक सोनी से मुलाकात के बाद उनके अंदर की घबराहट पूरी तरह से खत्म हो गई, क्योंकि कलेक्टर सर सरल जीवन शैली के इंसान हैं। कलेक्टर सर जिस तरह से मुलाकातियों से मिल उनकी समस्याएं सुन रहे थे और उनका समाधान कर रहे थे काबिल ए तारीफ लगा।
सारे विभागों के बहुत सारी नई प्रशासनिक गतिविधियों को जानने का भी मौका मिला। वकालत करने के बाद अपनी प्राथमिकताओं को बताते हुए डेगल ने कहा कि वे शोषण के शिकार आदिवासियों को निःशुल्क लीगल मदद करेंगे।
शिक्षा के अलावे अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर प्रदान किये जायें तो जिले के लिये बेहतर होगा। राजस्थान के कोटा में 2 वर्ष मेडिकल का कोचिंग कर चुके धनराज को जब सफलता हाथ नहीं लगी तो दोस्तों की राय से अपने पिता के पेशे यानी वकालत की पढ़ाई चुन लिया।
चूंकि शुरू से ही कुछ अलग करने कुछ पुस्तक लिखने की इच्छा थी। अंग्रेजी भाषा में दो पुस्तकें लिख डाली। पहली पुस्तक WE NEVER BELIEVE MY STORY युवा अवस्था मे डिप्रेशन से कैसे बाहर आयें, को लेकर लिखी है।दूसरी पुस्तक में एक गूंगी लड़की की कहानी है। डेगल ने कलेक्टर दीपक सोनी को आश्वस्त किया कि इस मिशन से अपने बहुत सारे युवा दोस्तों को जोड़ेंगे।
जिले के प्रतिभावानों को आगे बढ़ाने की सोच
कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि हमारे जिले में देश के किसी भी जिले से प्रतिभा की कमी नही है। अलग अलग क्षेत्रों में बहुत सारे प्रतिभावान युवा हैं, जिन्हें प्रशासनिक गतिविधियों से जोड़ विशेषकर गरीबी उन्मूलन दिशा में इनका फीडबैक लेने के उद्देश्य से संवाद-पहल-प्रेरणा अभियान की शुरुआत की गई है। हर महीने कर दूसरे और चौथे बुधवार को जिले के किसी होनहार युवा के साथ वे पृरे दिन समय बिताएँगे। जिले के अलग अलग विभागों के काम काज की जानकारी से भी अवगत कराया जायेगा। ताकि इन्हें भी पता चले कि प्रशासनिक कार्यशैली किस प्रकार चलती है। इस अभियान से लोगों की सहभागिता प्रशासन के बीच बढ़ेगी। इस दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने धनराज को प्रशस्ति पत्र एवं 1 किलो जैविक चावल भेंट कर विदाई दी।
पहल : जनता से सीधे जुड़ने के लिए दीपक सोनी कलेक्टर दंतेवाड़ा की पहल “संवाद-पहल प्रेरणा” की…
“संवाद-पहल प्रेरणा की” के जरिए आम जनता प्रशासन को करीब से जान पाएगी तथा उनके लिए किए जाने वाले योजनाओं की जानकारी भी ले पाएगी। संवाद का मुख्य उद्देश्य प्रशासन की गतिविधियों को एक बाहरी नजरिये से समझने की कोशिश है। आम जनता अपने हितों के लिए प्रशासन को स्वयं बता पाएगी।
आम नागरिक से खास बने डेगल
“संवाद-पहल प्रेरणा की” में धनराज डेगल का चयन हुआ। लेखक श्री डेगल, जवाहर नवोदय विद्यालय दंतेवाड़ा के विद्यार्थी रह चुके हैं। वे आदिवासी गाँव तुमनार के रहने वाले हैं। इनके पिताजी पेशे से वकील हैं और माताजी एक अध्यापिका। धनराज ने 18 वर्ष की आयु में अपनी पहली उपन्यास ‘यू नेवर बिलीव माय स्टोरी’ लिखी और जून 2019 में प्रकाशित किया। फिर दिसम्बर 2019 में इन्होंने अपनी दूसरी उपन्यास ‘फेरी ईन ब्लैक फ्रॉक’ प्रकाशित करी। एक लेखक होने के अलावा, ये कानून का अध्ययन, नया रायपुर के कलिंगा विश्वविद्यालय से कर रहे हैं और साथ ही अपने तीसरे उपन्यास पर लेखन जारी है। ‘यू नेवर बिलीव माय स्टोरी’ उपन्यास कॉलेज के एक छात्र यश के जीवन के त्रासदी के बारे में है। उसे लगता है कि वह जीवन के सारे सुखों का हकदार है मगर जीवन के अपनी ही योजनाएं हैं। ‘फेयरी इन ब्लैक फ्रॉक’ उपन्यास कर्म एवं कपट में किए गए कार्यों के इर्द-गिर्द है। जिंदगी कैसे गुत्थियों को सुलझाती है, यह इस उपन्यास में बहुत ही रोमांचक तरीके से पेश किया गया है।
“संवाद-पहल प्रेरणा की” के तहत धनराज डेगल ने दीपक सोनी, कलेक्टर दंतेवाड़ा के साथ आज पूरा दिन व्यतीत किया तथा सरकारी काम-काज को समझा एवं जिले के प्रगति के लिए अपने सुझाव दिए। ऊर्जा विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, श्रम विभाग आदि का दौरा किया एवं उनके कार्य शैली को देखा। श्री धनराज ने कहा की उनकी जिंदगी शिक्षा के वजह से बदली है और वे भी जिले में शिक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों को लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने जिले में वापस आए श्रमिकों के लिए भी रोजगार के और अवसर बनाने के लिए सुझाव दिए।