राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार ने जीता विश्वासमत… पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक के बाद… कार्यवाही 21 अगस्त तक स्थगित…
इम्पेक्ट न्यूज डेस्क।
राजस्थान में लंबे समय से जारी सियासी खींचतान के बाद आज (शुक्रवार से) विधानसभा सत्र के पहले दिन बहस के बाद ध्वनिमत से गहलोत सरकार ने विश्वामत हासिल कर लिया। इसके साथ ही विधानसभा 21 अगस्त तक के लिए स्थगित हो गया है। बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर जमकर हल्ला बोला।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने तय कर रखा है कि राजस्थान की सरकार गिरा के रहेगी लेकिन मैं गिरने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को सपने में सरकारें दिख रही हैं। राजस्थान सीएम ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास पढ़ो तो आपकी आंखें खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि आज जो दिल्ली में घमंड दिख रहा है, जनता कब उसे उल्टा कर दे पता नहीं।
जबकि, सचिन पायलट ने कहा कि बहस के दौरान चर्चा सरकार के गुण-अवगुण पर होनी चाहिए।पायलट ने कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है। मैं आखिरी कतार में बैठा हूं। मैं राजस्थान से आता है, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है। बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है। मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है।
वहीं विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गलती आप करो और दोष हम पर मढ़ो। उन्होंने कहा सरकार को बचाने के लिए दुरुपयोग गया। उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा का क्या फोन टैपिंग अनुमति लेकर की गई?
कटारिया यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस की प्रतिष्ठा दांव पर लगाई गई। उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार गिराने की मंशा होती तो अविश्वास प्रस्ताव लाते। कांग्रेस के दो खेमे में पिछले दिनों बटने को लेकर गुलाब चंद कटारिया न कहा कि दो खेमे तो आपने बनाए। गलती आप करो और दोष हम पर मढ़ो।