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District Dantewada

पर्णकुटी में विराजे भगवान राम… गांव-गांव से लायी घास से बनाई कुटिया की छत…

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा का वार्षिकोत्सव शानदार ढंग से मनाया गया इम्पेक्ट न्यूज़। दंतेवाड़ा। अयोध्या में भगवान श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में दंतेवाड़ा में अनूठा रामोत्सव मनाया गया। गांव-गांव से जन सहयोग के तौर पर लायी गई एक-एक गट्ठा घास से पर्ण कुटी तैयार की गई, ठीक वनवास कालीन पर्ण कुटी की तर्ज पर। सुबह मां दंतेश्वरी व भगवान श्रीराम के चित्र की स्थापना विधि-विधान पूर्वक की गई। इसके बाद जिले भर से आई रामायण मंडलियों ने भजन व रामचरित मानस की

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District BeejapurNazriya

नेताओं से गलबहिया दिखाती तस्वीरें और पुलिस का बयान…पत्रकार मुकेश के हत्यारे की ढाल दिखाई दे रही है…

सुरेश महापात्र। इन तस्वीरों को देखकर हम जो भी अंदाज़ा लगाएँगे वह सही ही होगा यह गलत है… पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या करवाने वाले के साथ सोशल मीडिया पर भाजपा-कांग्रेस आपस में खेल रही हैं। सच्चाई यही है कि सड़क निर्माण से जुड़े भ्रष्टाचार को उजागर करने की कीमत मुकेश चंद्राकर ने जान देकर चुकाई है। ठेकेदार जो इन दो तस्वीरों में दिखाई दे रहा है इनमें से एक में वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के साथ गुलदस्ता लेकर खड़ा है। दूसरी तस्वीर में हत्यारा ठेकेदार सुरेश चंद्राकर

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District Dantewada

श्रम शक्ति से दंतेश्वरी सेतु को संवारने में जुटे युवा… बगैर सरकारी मदद के कर रहे कायाकल्प…

साफ-सफाई के साथ वर्ली आर्ट से पुल को सुंदर बनाने की कोशिश, सुबह की शुरूआत अनोखी सेवा से शैलेंद्र ठाकुर। दंतेवाड़ा। “अंधकार को क्यों धिक्कारें, अच्छा है एक दीप जलाएं।“ इस भावना के साथ मां दंतेश्वरी की धार्मिक नगरी में स्थानीय उत्साही लोगों की एक टोली ने शक्तिपीठ के ठीक सामने वाले डंकनी सेतु को संवारने का काम हाथ में लिया है। यह टोली रोजाना सुबह 5 बजे से पुल पर पहुंचकर रेलिंग की साफ-सफाई और रंग-रोगन में जुट जाती है। इन दिनों पड़ रही कड़ाके की सर्दी भी इनके

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Breaking NewsDistrict Dantewada

पोटाली सब हेल्थ सेंटर: संघर्ष, सामूहिक प्रयास और आशा की यात्रा एक इतिहास जो संघर्ष की कहानी कहता है…

मयंक चतुर्वेदी। कलेक्टर दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के गहरे जंगलों में स्थित पोटाली गांव की कहानी अनगिनत संघर्षों, चुनौतियों और अंततः विजय की मिसाल है। पोटाली गांव, जो कभी हिंसा और अशांति के लिए जाना जाता था, आज एक नई आशा का केंद्र बन चुका है। 2004-05 में NMDC द्वारा निर्मित पोटाली सब हेल्थ सेंटर (SHC) ने अपने निर्माण के कुछ समय बाद ही नक्सली हिंसा और सलवा जुडूम आंदोलन के कारण अपना उद्देश्य खो दिया। नक्सलियों ने इस भवन की दीवारों पर धमकी भरे संदेश लिख दिए थे,

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बंदूक से गैजेट तक: स्मार्टफोन ने छत्तीसगढ़ में माओवादियों को रक्षात्मक स्थिति में डाल दिया है…

शिशिर रॉय चौधरी। रायपुर। दक्षिणी छत्तीसगढ़ में बस्तर के घने माओवादी उग्रवाद प्रभावित जंगलों में स्मार्टफोन एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उभरा है, जो क्षेत्र के युवाओं के जीवन को नया रूप दे रहा है और स्थानीय समुदायों पर माओवादी पकड़ को कमजोर कर रहा है। जहां ये डिवाइस उनकी आकांक्षाओं को बदल रही हैं, वहीं वे साथ ही माओवादी विद्रोहियों की परिचालन रणनीतियों को भी बाधित कर रही हैं। मोबाइल नेटवर्क के विस्तार से स्मार्ट फोन के प्रसार ने न केवल स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाया है, बल्कि

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दंतेवाड़ा के अति नक्सल प्रभावित मड़कामी रास के उस सड़क की पूरी कहानी जहां भ्रष्टाचार की सड़क बिछा दी गई… अब जाकर अफसर, ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई…

इम्पेक्ट न्यूज। दंतेवाड़ा। दिसंबर 2022 की बात है बस्तर इम्पेक्ट ने तब दंतेवाड़ा के कुछ ठेकेदारों के एक शिकायती पत्र को प्रकाशित किया था जिसमें तत्कालीन कलेक्टर विनीत नंदनवार को शिकायत की गई थी। इस पत्र में ठेकेदारों ने इसी मड़कामी रास की सड़क के लिए जिला निर्माण समिति की निविदा में लगाए गए एक शर्त का विरोध किया था। दरअसल इस ​निविदा में पहली बार यह शर्त रखी गई थी कि मड़कामी रास की सड़क के लिए ठेकेदार के पास सात किलोमीटर के अंदर डामर प्लांट होना जरूरी है।

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बस्तर में नक्सलवाद को अब तीन हिस्सों में याद रखा जाएगा…  जब केंद्रीय गृहमंत्री पुवर्ती में रात बिताकर ऐलान करेंगे कि हमने जो कहा था कर दिखाया…

सुरेश महापात्र।  यदि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की भविष्यवाणी सही साबित होती है तो बस्तर मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त हो जाएगा। इस राह में फिलहाल लग रहा है कि मंजिल हासिल होने से हम कुछ ही दूरी पर खड़े हैं। चार दशक पुराने माओवाद प्रभावित लाल आतंक के इस कोर क्षेत्र में मुक्ति संघर्ष की राह इतनी आसान भी नहीं है जितना राजधानी में बैठकर लगता है। बस्तर में इसी के साथ माओवादियों के इतिहास को तीन हिस्सों में जाना जा सकेगा। पहला जब वे अपना इलाका मजबूत करते रहे।

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जिसने दंतेवाड़ा सीट पर पार्टी का खाता खोला, उसके गांव की ही सुध नहीं ले रही भाजपा सरकार…

दो बार के विधायक दिवंगत भीमा के गांव से विकास कोसों दूर भीमा के घर तक बनी सड़क की हालत जीर्ण-शीर्ण 17 साल पहले टूटे पुल की हालत अब भी वैसी ही ग्राउंड रिपोर्ट। शैलेंद्र ठाकुर । दंतेवाड़ा कद्दावर कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा को हराकर पहली बार दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा का खाता खोलने और 2 बार विधायक बनने वाले दिवंगत उप नेता प्रतिपक्ष व पूर्व विधायक भीमा मंडावी के गांव से विकास कोसों दूर है। जिला मुख्यालय से महज 18 किमी दूर स्थित इस गांव में सड़क के

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नक्सलियों के सामने तन गए आदिवासी…

सुदीप ठाकुर। अबूझमाड़ के जंगलों में नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर चार अक्टूबर को हुई भीषण मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 31 माओवादियों के मारे जाने का दावा किया। इसके कुछ दिनों बाद माओवादियों के प्रवक्ता ने कहा कि मुठभेड़ में 35 माओवादी मारे गए। बीते चार दशक में बस्तर में यह माओवादियों के खिलाफ सबसे बड़ी मुठभेड़ है। करीब 14 साल पहले 6 अप्रैल, 2010 को नक्सलियों के अब तक के सबसे बड़े हमले में सुरक्षाबलों के 76 जवान मारे गए थे। ये दो घटनाएं एक दूसरे

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District Beejapur

बीजापुर की शिक्षा कथा : कागज़ों के स्कूल झोपड़ियों में चल रहे… सलवा जुड़ूम के बाद खोले गए स्कूल बदहाल हो रहे…

गणेश मिश्रा। बीजापुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को स्कूल शिक्षा की फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी की चकाचौंध दिखाकर किस तरह गुमराह किया जाता है अगर यह कला आपको सीखनी है तो एक बार बीजापुर जरूर आइये,यहाँ शिक्षा विभाग के कारनामे इतने हैं कि गिनाते गिनाते उंगलियां थक जाएगी। सलवा जुडूम के दौरान बंद किए गए तकरीबन 350 स्कूलों में से करीब 290 से अधिक स्कूलों को खोल तो जरूर दिया गया है और इन स्कूलों को खोलकर जमकर वाह वाही भी लूटी गई, परंतु नवसंचालित स्कूलों की दुर्दशा क्या

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