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#between naxal and force सोनी सोरी शिक्षिका से माओवादी समर्थक…

सुरेश महापात्र। वे उन स्कूल बिल्डिंग को भी ध्वस्त करने लगे जिनमें फोर्स के ठहरने का इंतजाम हो सकता था। (2) से आगे… सोनी सोरी का जन्म 15 अप्रैल 1975 में छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर जिला दंतेवाड़ा के कुआकोंडा ब्लाक के गांव बड़े बेड़मा में हुआ। मां जोगी सोरी और पिता मुंडाराम सोरी की बेटी सोनी सोरी की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव में ही हुई। अपनी आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने एक स्वयंसेवी संस्थान माता रूक्मणी सेवा संस्थान के डिमरापाल स्थित आश्रम का रुख किया जहां पर बारहवीं तक की

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#between naxal and force एस्सार का पाइप लाइन और माओवादियों का दबाव…

सुरेश महापात्र। हर ऐसे व्यक्ति को इसकी कीमत चुकानी पड़ी है जिसने भी दोनों पक्षों के बीच निष्पक्ष होने की नाकाम कोशिश की है। या तो उसे माओवादियों ने मार दिया या फोर्स ने… बच गए तो धाराओं से लैस पुलिस तो है ही… (1) से आगे … दक्षिण बस्तर के सारे इलाकों में फोर्स का दबाव बढ़ा दिया गया। ग्रामीण इलाकों के मैदानी कर्मचारियों पर भी गहरी निगरानी रखने की शुरूआत कर दी गई। विशेषकर उन जगहों पर शक बढ़ता गया जहां बिना माओवादियों की सहमति के कोई चैन

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#between naxal and force सोनी सोरी के दस बरस छह महिने और 4 दिन तक से पहले बस्तर… जहां माओवादी, पुलिस और जनता निष्पक्ष नहीं हो सकती…

सुरेश महापात्र। बस्तर में माओवादियों की समस्या के समाधान के नाम पर कितना कुछ हो रहा है। पृथक छत्तीसगढ़ से पहले पूर्ववर्ती मध्य प्रदेश सरकार पर यह आरोप लगता रहा कि बस्तर के पिछड़ेपन के लिए राज्य सरकार ही जिम्मेदार है। बस्तर अंतिम छोर पर रहा। विकास के पैसा और पहिया रायपुर से ही गुम हो जाता रहा। यही वजह है बस्तर में विकास ही अब सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। विकास में बाधा के लिए माओवादियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। छत्तीसगढ राज्य निर्माण के

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एस्सार—नक्सल सांठगांठ के मामले में #NIA अदालत ने जीएम वर्मा और सोनी सोरी समेत सभी चार आरोपियों को दोषमुक्त किया… पुलिस द्वारा जप्त दिखाए गई रकम ठेकेदार बीके लाला को वापस करने का आदेश…

इम्पेक्ट न्यूज। दंतेवाड़ा। सितंबर 2011 में एस्सार और माओवादियों के बीच पैसे के लेन—देन को लेकर कुआकोंडा पुलिस की कार्रवाई के मामले में दस बरस बाद एनआईए के विशेष अदालत का फैसला आ गया है। इस मामले में पुलिस द्वारा आरोपी बनाए गए ठेकेदार बीके लाला, एस्सार महाप्रबंधक डीवीसीएस वर्मा, पालनार आश्रम अधीक्षिका श्रीमती सोनी सोरी और उनके भतीजे लिंगाराम कोड़ोपी को दोष मुक्त घोषित किया है। एनआईए की विशेष अदालत का यह फैसला सोमवार 14 मार्च को आया है। विशेष न्यायाधीश विनोद कुमार देवांगन, एनआईए एक्ट/अनुसूचित अपराध ने अपना

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पुष्पा से लेकर मंगल श्रीनु तक हर किरदार है यहां…
लाल चंदन की तर्ज पर सागौन की अवैध कटाई और तस्करी का बड़ा खेल… सीमापार होती है लकड़ियां, सौदा तय करते हैं लोकल तस्कर…

इंपैक्ट डेस्क. बीजापुर। हाल में भोपालपट्नम के तीन फर्नीचर व्यवसायियों के ठीकानों से भारी मात्रा में बेशकीमती सागौन लकड़ियों की जप्ती से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सागौन तस्करी का मामला फिर से तुल पकड़ने लगा है। बड़े पैमाने पर सागौन की अंतरराज्यीय तस्करी का यह रैकेट हाईप्रोफाइल है। वन कर्मियों के पहरे के बाद भी उनके नाक तले सागौन गोले कैसे भोपालपट्नम नगर तक पहुंचते हैं और फिर उन्हें बार्डर पार कराने तक एक पूरा चैनल काम करता है। सूत्र बताते हैं कि सागौन वृक्षों की अवैध कटाई मद्देड़

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कैका मुठभेड़ पर परिजनों का आरोप : मुठभेड़ के नाम पर जवानों ने हत्या को दिया अंजाम… तेरह महीने पहले रितेश ने छोड़ा था संगठन… खेती-बाड़ी संभालते बुजुर्ग मामा-मामी की कर रहा था देखभाल…

इंपैक्ट न्यूज. मोसला से लौटकर गणेश मिश्रा. बीजापुर। जिले में सुरक्षा बल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद जवानों पर आरोप-प्रत्यारोप का पुराना नाता रहा है, जब-जब मुठभेड़ हुए हैं, तब-तब जवानों की कार्रवाई को लेकर फर्जी मुठभेड़ और मुठभेड़ के बहाने हत्याओं जैसे आरोप लगते रहे हैं। शुक्रवार की सुबह नैमड़ थाना क्षेत्र के कैका में हुए एक मुठभेड़ में जवानों ने तीन लाख के इनामी नक्सली को मार गिराने का बड़ा दावा किया है, घटना स्थल से शव के साथ हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई

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कैका मुठभेड़ पर परिजनों का आरोप : मुठभेड़ के नाम पर जवानों ने हत्या को दिया अंजाम… तेरह महीने पहले रितेश ने छोड़ा था संगठन… खेती-बाड़ी संभालते बुजुर्ग मामा-मामी की कर रहा था देखभाल…

इंपैक्ट न्यूज. मोसला से लौटकर गणेश मिश्रा. बीजापुर। जिले में सुरक्षा बल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद जवानों पर आरोप-प्रत्यारोप का पुराना नाता रहा है, जब-जब मुठभेड़ हुए हैं, तब-तब जवानों की कार्रवाई को लेकर फर्जी मुठभेड़ और मुठभेड़ के बहाने हत्याओं जैसे आरोप लगते रहे हैं। शुक्रवार की सुबह नैमड़ थाना क्षेत्र के कैका में हुए एक मुठभेड़ में जवानों ने तीन लाख के इनामी नक्सली को मार गिराने का बड़ा दावा किया है, घटना स्थल से शव के साथ हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई

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संस्कृति पर हावी हुई आधुनिकता : ताड़-छिंद के पत्तों के मंडप हुए दूभर, डीजे ने ले ली तुड़बुड़ी-मोहरी की जगह…

इंपैक्ट डेस्क. बीजापुर। ग्रामीण समाज-सभ्यता में आधुनिक रहन-सहन के तौर-तरीकों की दखल पीढ़ियों से कायम संस्कृति को अब पीछे धकेलने का काम कर रही है, जिससे विवाह, मुंडन से लेकर कई संस्कार का निर्वहन ना सिर्फ खर्चिला हो चला है बल्कि ऐसे मौकों पर आपसी सहभागिता की मिठास भी धीरे-धीरे से कम हो रही है। इन दिनों गांवों में शादी ब्याह के अलावा मुंडन, छट्ठी जैसे संस्कार का अवसर ग्रामीणों पर खर्च का बोझ बढ़ा रहा है, वजह है ग्रामीण तौर-तरीकों से हटकर किराया भंडार का बढ़ता चलन। जिसमें आमंत्रित

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खबर का असर : खुले आसमान तले रहने की मजबूरी हुई खत्म, मूलभूत मद से बनेगा मकान…
खबर दिखाए जाने के 24 घण्टे के भीतर बुजुर्ग मड़े की सुध लेने पहुँचा प्रशासन…

इंपेक्ट डेस्क. बीजापुर। मौके पर स्टिक, ट्राइसिकल, गर्म कपड़े, कम्बल प्रदाय, सखी बैंक से मिलेगी घर पहुँच पेंशन की सुविधा भी. बस्तर इम्पेक्ट की खबर का एक बार फिर असर हुआ है। बरदेली कच्छी पारा के 70 वर्षीय बुजुर्ग इस्तारी मड़े की बदहाली पर खबर प्रकाशित किये जाने के 24 घण्टे के भीतर प्रशासन हरकत में आ गया। कलेक्टर राजेन्द्र कटारा के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर अमित योगी, सीईओ जनपद भोपालपट्टनम तिवारी, तहसीलदार ओम कार , पंचायत सचिव गांव पहुँचे। मौके पर मड़े को स्टिक, ट्राई सिकल , गर्म कपड़े,

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चार दिवारी ना पक्की छत, एक खाट और अलाव के सहारे सालों से जीवन की गाड़ी हांक रहा इस्तारी… चुनाव के वक्त वोट के लिए किये जाते है याद, चुनाव निपटते छोड़ जाते है अपने हाल पर…

पी.रंजन दास, बीजापुर। चार बल्लियों के सहारे कच्च छत, ठंड हो या बरसात ना तो चारदीवारी और ना ही बारिश के पानी से बचने का कोई इंतजाम, फिर भी पिछले पांच सालों से टपकती छप्पर और ठिठुरती ठंड के बीच एक शख्स जीवन की गाड़ी जैसे-तैसे हांक रहा है।भोपालपट्नम से करीब आठ किमी दूर बरदली ग्राम पंचायत के कच्ची पारा में रहने वाले सत्तर वर्षीय बुर्जुग मड़े इस्तारी ऐसे ही बदतर हालात में जीने को मजबूर है।उम्रदराज इस शख्स के पास अपनी खुद की कोई पक्की छत नहीं है। हाथ,

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