एक दिन में रिकॉर्ड 52,123 नए मामले… कोरोना वायरस से ठीक होने की दर 64% से ज्यादा, हर्ड इम्युनिटी विकल्प नहीं: केंद्र सरकार
इम्पेक्ट न्यूज डेस्क।
भारत में एक दिन में पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण के 50,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद गुरुवार को देश में कुल संक्रमितों की संख्या 15,83,792 हो गई। संक्रमण से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या भी 10 लाख के पार हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 52,123 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इसी अवधि में 775 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 34,968 हो गई।
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण पर गुरुवार को कहा कि मरीजों के ठीक होने की संख्या लगातार बढ़ रही है। पहले की तुलना में यह दर काफी तेजी से बढ़ी है। सरकार ने हर्ड इम्युनिटी को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में रणनीतिक विकल्प नहीं माना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को लेकर प्रेस वार्ता करते हुए कहा, ‘ठीक होने की दर सकारात्मक ट्रेंड दर्शाती है। अप्रैल में यह दर 7.85% थी, जोकि बढ़कर अब 64.4% हो गई है। मंत्रालय के सचिव, राजेश भूषण ने बताया कि 16 राज्यों में मरीजों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय दर से अधिक है। यह दर दिल्ली में 88%, लद्दाख में 80%, हरियाणा में 78%, तेलंगाना में 74%, तमिलनाडु और गुजरात में 73% है। इसके अलावा राजस्थान में 70%, मध्य प्रदेश में 69% और गोवा में 68% मरीज संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।
राजेश भूषण ने कहा, ‘भारत जैसे जनसंख्या वाले देश में हर्ड इम्युनिटी कोई रणनीतिक विकल्प नहीं हो सकती है। यह सिर्फ, टीके से ही ठीक होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय मानता है कि भविष्य में हर्ड इम्युनिटी विकल्प हो सकती है, लेकिन अभी हमें कोरोना वायरस के खिलाफ बाकी जरूरी विकल्पों पर काम करना है।’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वायरस से अब तक दस लाख से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘डॉक्टरों, नर्स समेत अन्य कोरोना वॉरियर्स के चलते ये लोग कोरोना से ठीक हुए हैं।’ वहीं, मृत्यु दर पर मंत्रालय ने बताया कि देश में अभी 2.21% मृत्यु दर है, जोकि दुनिया के कई देशों से बेहतर है। 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में मृत्यु दर देश की दर से कम है।