आजादी के बाद पहली बार चिमनी युग से बाहर आये 414 परिवार, रात के घुप्प अंधेरे को चीर आलोकित हुए 176 गाँव, सौर ऊर्जा से हुए लाभान्वित…
इम्पेक्ट न्यूज. बीजापुर।
जिले के अंदरूनी ईलाके में सौर ऊर्जा के जरिये बिजली की सुलभता से ग्रामीणों के घरों में उजियारा फैल रही है। जिससे दूरस्थ ईलाके के गांवों में बदलाव परिलक्षित हो रहा है और ग्रामीणों को बच्चों की पढ़ाई सहित घरेलू कार्य में मदद मिल रही है।
दूरस्थ ईलाके जहां परम्परागत विद्युत सुविधा उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही थी, ऐसे क्षेत्र के कुल 176 गांवों के एक हजार 414 घरों को सौर ऊर्जा से रोशन किया गया है। इसी कड़ी में उसूर ब्लाॅक के दूरस्थ ईलाके के धर्मारम, कंचाल, यमपुर, बोटेतोंग और दारेली के कुल 699 घरों में भी सौर ऊर्जा से घरों को बिजली उपलब्ध करायी गयी है।
सौभाग्य योजनान्तर्गत निःशुल्क सोलर होम लाईट से लाभान्वित बोटेतोंग निवासी ग्रामीण ताती हूंगा, मड़कम देवा और ताती हिड़मा अपने घरों पर बिजली उपलब्ध होने से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहते हैं कि अब रात में भी दिन का आभास होता है और रात्रि में कीड़े-मकोड़े, सांप-बिच्छू आदि से भयमुक्त हो गये हैं। वहीं बच्चों को रात्रि में पढ़ाई करने के लिए सहूलियत हो रही है।
इसी तरह दारेली निवासी तेलम नंदा, माड़वी आरा, कुंजाम उर्रा एवं माड़वी नंदा ने बताया कि पहले उचित मूल्य दुकान से केरोसीन लेकर आते थे और चिमनी के भरोसे रात बिताते थे। लेकिन अब घर में सोलर लाईट लगने से घर में चहुँ ओर उजियारा रहती है। जिससे रात में घरेलू कार्य करने में मदद मिल रही है।
वहीं घर के बच्चों को भी रात्रि में पढ़ाई करने के लिए सुविधा मिल रही है। जिले के घोर माओवाद प्रभावित ईलाके के उक्त सभी ग्रामीणों ने पहली बार अपने घरों को सोलर लाईट से रोशन होने की खुशी व्यक्त करते हुए इस सार्थक पहल के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।
जिले में सौर ऊर्जा से अंदरूनी गांवों के घरों में बिजली सुलभता के बारे में सहायक अभियंता छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण मनीष नेताम ने बताया कि सौभाग्य योजनान्तर्गत हर घर बिजली पहुँचाने की पहल से दूरस्थ ईलाके के एक बड़ी आबादी को सोलर होम लाईट से लाभान्वित किया गया है।
इस दिशा में अब तक जिले के 176 अंदरूनी गांवों के एक हजार 414 घरों में निःशुल्क सोलर होम लाईट स्थापित किये गये हैं। जिसके तहत् प्रत्येक सोलर होम लाईट यूनिट में सोलर पैनल और बैटरी के माध्यम से एक पंखा तथा 5 बल्ब का उपयोग किया जा रहा है। उन्होने बताया कि सोलर होम लाईट से लाभान्वित ग्रामीणों को इसका समुचित उपयोग सहित रखरखाव के बारे में भी जानकारी दी गई है। ताकि ग्रामीणजन इन सोलर होम लाईट का सदुपयोग कर सकें।