सहायक उद्योगों को अब उनकी क्षमता के अनुसार भरपूर काम… बीएसपी के ईडी एमएम ने एंसीलरी संघठन को दिया आश्वासन…
इम्पेक्ट न्यूज. भिलाई नगर।
यूनिट्स के एसेसमेंट की प्रक्रिया
जल्द शुरू
बीएसपी के सहायक उद्योगों को अब उनकी क्षमता के अनुसार भरपूर काम मिलेगा. जल्द ही इन उद्योगों का एसेसमेंट किया जाएगा और उस आधार पर इंक्वायरी दी जाएगी.
जब तक इन सहायक उद्योगों का एसेसमेंट नहीं हो जाता तब तक बीएसपी का कोई काम बाहर नहीं जाएगा. बीएसपी के ईडी ( एमएम ) राकेश कुमार ने सोमवार को उनसे मिलने पहुंचे बीएसपी एंसीलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों को उक्त आश्वासन दिया.
एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंदर सिंह खुराना एवं महासचिव व्यास प्रसाद शुक्ला ने सहायक उद्योगों को लेकर ईडी (एमएम) से लंबी चर्चा की एवं उन्हें एक मांग पत्र भी सौंपा. पदाधिकारियों का कहना था कि बीएसपी द्वारा एंसीलरी को पर्याप्त काम नहीं दिया जा रहा है.
पदाधिकारियों का आरोप था कि परचेज ऑफिसर द्वारा यूनिट की क्षमता अनुसार इंक्वायरी नहीं दी जा रही है. पदाधिकारियों ने सीपीडी का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह सीपीडी में क्षमता के अनुसार काम मिलने लगा है उसी तरह परचेस में भी यूनिट की छमता के अनुसार काम मिलने लगे तो बड़े, मध्यम एवं छोटे सभी यूनिट सुखी रहेंगे. ईडी (एमएम ) राकेश कुमार का कहना था कि इंक्वायरी तो जा रही है.
यदि काम नहीं मिल रहा है तो देखना पड़ेगा कि इसमें क्या कमी हो रही है. आप लोग भी बताएं, हम भी इस और पता कर रहे हैं. पदाधिकारियों द्वारा सौंपे गए मांग पत्र को पढ़ने के बाद ईडी (एमएम) राकेश कुमार ने आश्वस्त किया कि कुछ ही दिनों में सभी यूनिट का एसेसमेंट कर इंक्वायरी उसी आधार पर दी जाएगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक यूनिट्स का एसेसमेंट नहीं हो जाता जो काम लोकल में हो सकता है, जो काम स्थानीय उद्योग कर सकते हैं उन्हें बाहर नहीं भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि कल ही वे एक मीटिंग बुलाकर परचेस ऑफिसर को आदेशित करेंगे कि जो काम यहां पर हो सकता है वह काम यही दिया जाए. ईडी (एमएम) ने कहा कि जहां तक डीपी का सवाल है अब बजट आने लगा है.
पात्रता के अनुसार डीपी मिलना शुरू भी हो गया है और आगे भी मिलता रहेगा. पेमेंट संबंधी समस्या पर उन्होंने कहा कि पेमेंट को लेकर बीएसपी में कोई दिक्कत नहीं है. पूर्व में सहायक उद्योगों को जिस हिसाब से पेमेंट दिया जा रहा था उसी हिसाब से पेमेंट अब किया जाएगा. बैठक काफी अच्छी रही. दोनों पक्षों ने एक दूसरे की बातों को सुना और साथ मिलकर काम करने का वायदा किया.