कलाकारों और लेखकों की आय 5 गुना बढ़ाने के लिए सरकार को भेजा प्रस्ताव… ख्यातिप्राप्त अर्थाभावग्रस्त साहित्यकारों, कलाकारों को संस्कृति विभाग द्वारा पेंशन दी जाती है…
Impact desk.
छत्तीसगढ़ में कलाकारों और ख्याति प्राप्त लेखकों के दिन बहुरने वाले हैं। दरअसल, संस्कृति विभाग द्वारा प्रदेश के ख्यातिप्राप्त अर्थाभावग्रस्त साहित्यकारों, कलाकारों को मासिक वित्तीय आर्थिक सहायता (पेंशन) दी जाती है। मगर, यह आज के दौर की महंगाई को देखते हुए नाकाफी है। लिहाजा उसमें पांच गुना की वृद्धि करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
आर्थिक सहायता (पेंशन) योजनांतर्गत 2007 से प्रदेश के ख्यातिप्राप्त अर्थाभावग्रस्त साहित्यकारों, कलाकारों, जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक एवं वार्षिक आय परिवार के अकेले सदस्य के लिए 14,400 रुपये, दो सदस्यों के लिए 18,000 और तीन या तीन से अधिक सदस्यों के लिए 24,000 होना निर्धारित था, अब वार्षिक आय सीमा में पांच गुना वृद्धि का प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए सरकार के भेजा गया है।
वर्तमान में परिवार के अकेले सदस्य के लिए 72,000 वार्षिक, दो सदस्यों के लिए 1,44,000 वार्षिक, तीन या तीन से अधिक सदस्यों के लिए 2,16,000 वार्षिक निर्धारित की गई है। वहीं योजना से प्रदेश के उन सभी साहित्यकार, कलाकार जो चिन्हारी योजनांतर्गत पंजीकृत हैं, वे सभी लाभान्वित होंगे। अगर इस प्रस्ताव को सरकार पास कर देती है, तो निश्चित रूप से अभाव में जी रहे छत्तीसगढ़ के कलाकारों के लिए यह अच्छी खबर होगी।