10 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र रूस में फंसे हैं… लॉक डाउन के चलते हास्टल और अपने कैंपस में बंद हैं… भारतीय दूतावास ले रहा जानकारी…
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने जाने वाले ज्यादातर भारतीय छात्र रूस में फंसे हैं। वे बीते करीब एक माह से लॉक डाउन में फंसे हुए हैं। वे अपने कैंपस से बाहर नहीं निकले हैं। स्वदेश वापसी के लिए भारत सरकार की पहल का इंतजार कर रहे हैं। रूस में करीब 10 हजार भारतीय छात्र विभिन्न मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं।
भारत से हर साल हजारों छात्र मेडिकल एवं अन्य पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं पर सबसे ज्यादा संख्या मेडिकल स्टूडेंट की है। यहां से रूस के मास्को, पर्म के साथ किर्गिस्तान, कज़ाखस्तान, यूक्रेन, ओरनबर्ग में स्थित मेडिकल कॉलेज में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। कोरोना के चलते विदेश में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे इन विद्यार्थियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। सबसे बड़ी मुसीबत जून के अंतिम सप्ताह में उनकी परीक्षा होने के बाद दो माह के अवकाश के लिए ये छात्र हिंदुस्तान वापस लौटते हैं।
एयरोफ्लोट की उड़ान अगस्त तक रद्द मुसीबत में छात्र
इसके लिए वर्ष के दूसरे सेमेस्टर की डेट के बाद ही छात्र अपना रिटर्न टिकट भी कटवा लेते हैं। अब जब कोरोना के चलते अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट रोक दी गई है तो अब सब कुछ अनिश्चित हो गया है। रूस की सबसे बड़ी फ्लाइट एयरोफ्लोट ने अगस्त 2020 तक की सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है। ऐसे में भारतीय छात्रों के लौटने के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है।
भारतीय दूतावास संपर्क बनाए हुए है
ऐसा नहीं है कि हिंदुस्तानी सरकार को ऐसे छात्रों की चिंता नहीं है। भारतीय दूतावास विदेशों में रहकर पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों और उनके कोआर्डिनेटर्स के साथ बकायदा संपर्क बनाए हुए है। हाल ही में रूस में स्थित भारतीय दूतावास ने रूस में पढ़ाई कर रहे छात्र और अभिभावकों के साथ कोआर्डिनेटर्स के साथ विडियो कान्फरेंसिंग में हालात की जानकारी ली है। उन्होंने यह बताया कि है हिंदुस्तान स्थिति पर नजर बनाए हुए है। किसी भी छात्र को पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
रूस में छत्तीसगढ़ से करीब 56 विद्यार्थी
इधर छत्तीसगढ़ में सरकार ने भी अपने राज्य के विद्यार्थियों को लेकर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट ले ली है। इसके लिए सभी जिलों के थानों को विदेश में जाकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के बारे में पूरा डिटेल एकत्र किया है। जिसमें विद्यार्थियों के पासपोर्ट और वीजा के डिटेल भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ से अकेले रूस में करीब 56 विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। इसके अलाव अन्य देशों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की संख्या अलग है।